CM Yogi Will Launch Many Schemes On International MSME Day

लखनऊ । उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रही योगी सरकार (Yogi Government) प्रदेश में एमएसएमई इकोसिस्टम को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा प्रयास करने जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के मौके पर शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय भव्य समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक के बाद एक कई बड़ी घोषणाएं और लोकार्पण करेंगे। रोजगार, उद्यमिता और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने वाली योजनाओं को गति देने वाले इस कार्यक्रम में युवाओं और कारीगरों को विशेष लाभ मिलेगा।

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को बढ़ावा देने, युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पारंपरिक उद्योगों को वैश्विक पहचान दिलाने के उद्देश्य से आयोजित यह कार्यक्रम कई मायनों में विशिष्ट होगा। संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त इस दिवस का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर एमएसएमई क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करना है। ऐसे में, योगी सरकार (Yogi Government) इस अवसर को स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहित करने और युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के मंच के रूप में उपयोग कर रही है।

सीएम (CM Yogi) करेंगे एक साथ कई योजनाओं का लोकार्पण व शुभारंभ

लोकभवन सभागार में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में सीएम योगी (CM Yogi) द्वारा CM-YUVA मोबाइल ऐप का बटन दबाकर शुभारंभ किया जाएगा। यह युवाओं के लिए रोजगार, परामर्श और उद्यमिता से जुड़ी सुविधाएं प्रदान करने का माध्यम बनेगा। इसी अवसर पर CM-YUVA योजना पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी होगा, जो योजना की विशेषताओं को दर्शाएगी। बरेली और मुरादाबाद जनपदों में तैयार ODOP कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC) परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन भी सीएम योगी (CM Yogi) द्वारा किया जाएगा।

वहीं, अलीगढ़ के ख्यामई में अवस्थापना सुविधाओं से जुड़ी परियोजना के 5 लाभार्थियों को आवंटन पत्र प्रदान किए जाएंगे। लखनऊ के किसान बाजार में विकसित ‘यूथ अड्डा’ का भी सीएम योगी द्वारा लोकार्पण किया जाएगा, जो युवाओं को सीखने, संवाद करने और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करने का केंद्र बनेगा।

लाभार्थियों को मिलेगा लाभ, जीआई टैग और ट्रेड शो पर भी होगा फोकस

कार्यक्रम के दौरान एमएसएमई नीति, CM-YUVA योजना और रोजगारपरक अन्य योजनाओं के अंतर्गत चयनित 15 लाभार्थियों को चेक एवं टूलकिट का वितरण किया जाएगा। इनमें से प्रत्येक योजना के 5-5 लाभार्थी शामिल होंगे। साथ ही, ODOP योजना के तहत 5 कारीगरों को टूलकिट भी वितरित की जाएंगी। राज्य के विशिष्ट उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन और उद्योग विभाग के आयुक्त एवं निदेशक के बीच एमओयू का आदान-प्रदान किया जाएगा, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक उत्पादों को जीआई टैग दिलवाना है।

इस मौके पर सितंबर में ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 (UPITS) के तीसरे संस्करण का कर्टेन रेजर भी लघु फिल्म के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश की पारंपरिक शिल्पकला और एमएसएमई उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मंच देने की तैयारी दिखाई जाएगी। कार्यक्रम में खादी एवं ग्रामोद्योग, एमएसएमई, हथकरघा, रेशम व वस्त्रोद्योग विभाग के मंत्री राकेश सचान के साथ ही एमएसएमई विभाग के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

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