Dubai Job Scam: Mumbai Placement Firm Booked for Human Trafficking to Iran ANN

Dubai Job Scam: मुंबई की अंबोली पुलिस ने शिपिंग प्लेसमेंट कंपनी के खिलाफ ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. दावा है कि यह कंपनी युवाओं को दुबई में नौकरी का झांसा देकर ईरान भेज देती थी और वहां उनसे बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर किया जाता था.

सूत्रों ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले 25 वर्षीय रमेश्वर उमाशंकर गुप्ता ने अंधेरी की कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. रमेश्वर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि कंपनी के अधिकारियों सोहैल, सिराज और कथित कैप्टन मोहित उर्फ मोमिन चौहान ने उनसे और अन्य युवाओं से कुल 10.50 लाख की ठगी की.

ठगी की पूरी कहानी
रमेश्वर ने आगे बताया कि उसने असम मरीन कॉलेज, वाराणसी से शिपिंग का कोर्स किया था और मुंबई में नौकरी की तलाश कर रहे थे. नवंबर 2024 में उन्होंने कंपनी को बायोडाटा भेजा और इसके बाद उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. कंपनी ने दुबई में 56,000 टन के जहाज पर नौकरी देने का वादा किया और इसके बदले 5 लाख रुपये की मांग की. एडवांस के तौर पर 50,000 रुपये और मेडिकल के लिए 4,500 रुपये लिए गए, लेकिन कोई रसीद नहीं दी गई.

रामेश्वर ने आगे कहा कि, 17 मार्च 2025 को उन्हें को टूरिस्ट वीजा पर शारजाह भेजा गया, जहां उन्हें अन्य 10 से 12 लड़कों के साथ एक गेस्ट हाउस में ठहराया गया. कुछ दिनों बाद उन्हें ईरान के शिराज भेज दिया गया, जहां पहले से ठगा गया एक अन्य युवक यश रजतलाल चौहान मिला. 

दी गई धमकी
दोनों को अन्य युवाओं के साथ एक कमरे में बंद कर दिया गया और 100 डॉलर प्रति माह की मजदूरी पर जबरन काम करने को कहा गया. जब दोनों ने ऐसा करने से इनकार किया, तो उन्हें धमकाया गया की या तो काम करो, या मर जाओ.

जब रामेश्वर और यश ने भारत लौटने की कोशिश की, तो सोहैल और मोहित चौहान ने उनसे एक वीडियो स्टेटमेंट मांगा जिसमें यह कहा गया हो कि उन्हें कंपनी से कोई शिकायत नहीं है. वीडियो देने के बाद भी उन्हें टिकट नहीं दी गई और तीन दिन तक शिराज़ एयरपोर्ट पर फंसे रहे. आखिरकार परिवारवालों ने कर्ज लेकर ओमान के रास्ते उनकी वापसी की व्यवस्था की.

भारत लौटने के बाद जब पीड़ितों ने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने छेड़छाड़ के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी. मोहित चौहान ने यह तक कहा कि ईरान में महिलाओं से छेड़छाड़ की शिकायत मुंबई क्राइम ब्रांच तक पहुंच चुकी है. एफआईआर दर्ज होते ही आरोपियों ने व्हाट्सएप कॉल और मैसेज के जरिए धमकियां दीं और केस वापस लेने का दबाव बनाया.

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