Trade Setup for June 24: ईरान-इजरायल युद्ध के बीच 25000 के नीचे आया निफ्टी, मंगलवार को कौन-से लेवल रहेंगे अहम? – nifty slips below 25000 amid iran israel war key levels to watch on june 24

Trade Setup for June 24: भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार (23 जून) को सप्ताह की शुरुआत कमजोरी के साथ की। सोमवार को निफ्टी (Nifty) ने 173 अंकों की गिरावट के साथ ट्रेडिंग शुरू की। इसकी वजह रही ईरान (Iran) के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी एयरस्ट्राइक, जिससे मध्य-पूर्व में तनाव और बढ़ गया।

शुक्रवार को बाजार में यह उम्मीद जगी थी कि अमेरिका दो हफ्ते के लिए युद्ध में अपने फैसले को टाल रहा है, जिससे हालात बेहतर हो सकते हैं। लेकिन वीकेंड पर हुए अप्रत्याशित हमले ने निवेशकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसके चलते कच्चे तेल (crude oil) की कीमतों में तेज उछाल आया और भारतीय इक्विटी बाजार में मुनाफावसूली हावी हो गई।

मंगलवार (24 जून) को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इस एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, पहले जान लेते हैं कि सोमवार को बाजार में क्या खास हुआ।

निफ्टी में दिनभर उतार-चढ़ाव

निफ्टी ने दिन के निचले स्तर 24,824 से जोरदार वापसी की और लगभग 233 अंकों की रिकवरी दिखाई। हालांकि, यह तेजी टिक नहीं सकी और अंत में निफ्टी 141 अंकों की गिरावट के साथ 24,972 पर बंद हुआ। यह शुक्रवार की क्लोजिंग से नीचे रहा, लेकिन शुरुआती स्तर से 32 अंक ऊपर था। पूरे दिन के कारोबार में निफ्टी ने शुक्रवार की ट्रेडिंग रेंज को बनाए रखा, लेकिन 25,000 का अहम स्तर पार नहीं कर सका।

ऑटो, आईटी और डायग्नोस्टिक शेयरों पर दबाव

आईटी शेयरों पर बिकवाली का दबाव बना रहा। इंफोसिस (Infosys), एचसीएल टेक (HCL Technologies), टीसीएस (TCS) और विप्रो (Wipro) जैसे दिग्गज शेयरों में 1% से 3% तक की गिरावट आई। इसकी वजह रही एक्सेंचर (Accenture) के कमजोर तिमाही नतीजे, जिसने सेक्टर में चिंता बढ़ा दी।

सरकार ने सभी दोपहिया वाहनों में अनिवार्य ABS (Anti-lock Braking System) लागू करने का प्रस्ताव दिया है। इसके चलते बजाज ऑटो (Bajaj Auto), टीवीएस मोटर (TVS Motor), हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) जैसे ऑटो शेयरों में गिरावट देखने को मिली।

डायग्नोस्टिक कंपनियों- डॉ लाल पथलैब्स (Dr Lal PathLabs) और मेट्रोपोलिस (Metropolis Healthcare) के शेयर 4% तक टूटे। इसके पीछे वजह बनी एमेजॉन (Amazon) की डायग्नोस्टिक्स सेक्टर में एंट्री, जो अब दिल्ली, मुंबई, नोएडा समेत छह शहरों में अपनी सेवा दे रही है।

मिडकैप और स्मॉलकैप ने दिखाई ताकत

बाजार में गिरावट के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.36% और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 0.70% की बढ़त दर्ज की गई। यह लगातार दूसरा दिन है जब इन दोनों इंडेक्स ने सेंसेक्स और निफ्टी को पछाड़ा है।

किन शेयरों में दिखी तेजी?

ट्रेंट (Trent), बीईएल (BEL) और हिंडाल्को (Hindalco) निफ्टी के टॉप गेनर्स रहे। वहीं, इंफोसिस, एचसीएल टेक और एलएंडटी (L&T) जैसे दिग्गजों में सबसे ज्यादा कमजोरी रही। बीएसई (BSE) के शेयरों में 3% की बढ़त देखने को मिली, जबकि इंडिगो (IndiGo) ने निफ्टी50 में शामिल होने की अटकलों के बीच 1% से ज्यादा की तेजी दिखाई।

निफ्टी में क्या रहेगा आगे का ट्रेंड?

Religare Broking के अजीत मिश्रा ने कहा कि जब तक कोई बड़ा घरेलू ट्रिगर नहीं आता, तब तक भारतीय बाजार की दिशा ग्लोबल मार्केट की परफॉर्मेंस और कच्चे तेल (crude oil) की कीमतों पर निर्भर करेगी।

HDFC Securities के नागराज शेट्टी के अनुसार, जब तक निफ्टी (Nifty) 25,100 से 25,200 के रेजिस्टेंस को पार नहीं करता, बाजार में उतार-चढ़ाव (choppiness) बना रह सकता है। उन्होंने कहा, “अगर निफ्टी इस रेंज को मजबूती से पार करता है, तभी नए सिरे से खरीदारी की संभावना बन सकती है। फिलहाल, अगर बाजार में कंसोलिडेशन जारी रहता है, तो 24,800 के पास मजबूत सपोर्ट दिख सकता है।”

LKP Securities के रूपक डे ने कहा कि निफ्टी ने दिन के अंत में 24,850 के सपोर्ट लेवल के ऊपर क्लोजिंग दी है। ऐसे में जब तक निफ्टी इस लेवल के ऊपर टिका रहता है, तब तक बाजार में खरीदारी के मौके बने रह सकते हैं। अगर निफ्टी 25,000 के ऊपर निकलता है, तो यह अल्पकाल में 25,350 की ओर बढ़ सकता है।

HDFC Securities के देवरश वकील के मुताबिक, निफ्टी में शॉर्ट-टर्म कंसोलिडेशन के बावजूद उसका प्राइमरी ट्रेंड अभी भी बुलिश बना हुआ है। उन्होंने कहा, “हालिया स्विंग लो 24,733 एक मजबूत इमीडिएट सपोर्ट के तौर पर काम कर रहा है, जबकि रेसिस्टेंस का दायरा 25,136 से 25,222 के बीच है।”

यह भी पढ़ें : Amara Raja Energy Stocks: बीते एक साल में 30% टूटा स्टॉक, क्या अभी निवेश करने पर होगी तगड़ी कमाई?

Read More at hindi.moneycontrol.com