राजा और सोनम शिलांग के ‘शिप्रा होम स्टे’ में ठहरे थे। होम स्टे की मालकिन ने बताया कि 22 मई को राजा और सोनम एक गाइड के साथ होम स्टे आए थे। मुझे सटीक समय तो याद नहीं, लेकिन यह लगभग 4:30 से 5:00 बजे के बीच रहा होगा। उनके आने पर हमने उन्हें एक कमरा दिखाया और वे उसे लेने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद जब वे बैठकर कमरे का किराया और गाइड की फीस तय कर रहे थे, तो मैंने उनसे कहा कि भुगतान उसी दिन करना होगा।
होम स्टे की मालकिन ने आगे बताया कि गाइड ने पूछा कि क्या उन्हें अगले दिन भी गाइड की ज़रूरत होगी। इस पर राजा ने कहा कि नहीं, अगले दिन हमें गाइड की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने रजिस्टर में अपनी जानकारी दर्ज करवाई और फिर हम उन्हें कमरे तक ले गए। थोड़ी देर बाद उन्होंने अपना दरवाजा बंद किया और लिविंग रूट ब्रिज देखने के लिए निकल गए। वे शाम को लौटे, जब तक अंधेरा हो चुका था।
होम स्टे की मालकिन ने क्या कहा?
महिला ने बताया कि हमने उनके लिए रात का खाना तैयार किया था, जिसे हमने उनके कमरे में भिजवा दिया। खाना खाकर वे तुरंत सो गए। अगली सुबह उन्होंने बताया कि वे जल्दी चेक आउट करना चाहते हैं। जब हमने नाश्ते के लिए पूछा तो उन्होंने कहा कि बहुत सुबह है, हम कुछ नहीं खाएंगे। उन्होंने पैसे दिए और चलने लगे। जाने से पहले मैंने पूछा कि क्या उन्हें रास्ता याद है, तो उन्होंने ‘हां’ कहा और निकल गए।
महिला के पास क्या-क्या था?
महिला ने बताया कि 25 मई की शाम को मैंने मोबाइल पर एक खबर देखी और अपने पति से पूछा, “क्या ये वही मेहमान नहीं हैं, जो हमारे यहां रुके थे?” रजिस्टर चेक करने पर पता चला कि हां, ये वही थे। महिला ने बताया कि उस महिला (सोनम) के पास सिर्फ एक छोटा एयरबैग और एक छोटा हैंडबैग था, कोई सूटकेस नहीं था। दोनों के बीच किसी भी प्रकार का विवाद नहीं हुआ था।
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होम स्टे की मालकिन ने बताया कि 26 मई, सोमवार को पुलिस का फोन आया। उन्होंने मुझसे और मेरे पति से पूछताछ की। हमने उन्हें वही बताया, जो हमें पता था। बाद में पुलिस आई और रजिस्टर की जांच करके उसे जब्त कर लिया, लेकिन हमें किसी तरह से परेशान नहीं किया गया।
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