पहलगाम आतंकवादी हमले के बदले में भारत की ओर से की गई कार्रवाई का अमेरिकी सांसदों ने खुलकर समर्थन किया है. उनका कहना है कि जब आप पर हमला हो तो आपके पास उसका जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है. गुरुवार (5 जून, 2025) को भारत का सर्वदलीय प्रतिनिधिमडल वॉशिंगटन डीसी पहुंचा, जहां कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में प्रतिनिमंडल ने यूएस फॉरेन अफेयर्स हाउस कमेटी (HFAC) के साथ ऑपरेशन सिंदूर पर हाई-लेवल मीटिंग की.
प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी सांसदों के सामने पाकिस्तान को बेनकाब किया कि कैसे वो सालों से आतंकियों को पनाह देता रहा है, जो पाकिस्तान की जमीन पर रहकर भारत के खिलाफ साजिशें रचते हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार HFAC के चेयरमैन ब्रायन मास्ट ने बैठक को लेकर कहा कि ये बेहद अहम मीटिंग थी. उन्होंने कहा कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल से यूएस के बायपार्टिशियन डेलीगेशन ने मुलाकात की, जिसका हर सदस्य आतंकवाद के खिलाफ है.
ब्रायन ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा, ‘जब आप पर हमला होता है, तो आपके पास उसका जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच अच्छी मित्रता और पार्टनरशिप है और वह इसे आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं.’
अमेरिकी सांसद बिल हुइजेनजा ने भी आतंकवाद की कड़ी निंदा की और पहलगाम आतंकी हमले पर बात की. उन्होंने कहा कि वह इसकी कड़ी निंदा करते हैं और इसके लिए हम सबको साथ मिलकर काम करने की जरूरत है. बिल ने कहा कि उन आतंकवादियों को जड़ से खत्म करने के लिए सबको साथ आना चाहिए, ताकि वे कभी किसी देश पर ऐसा हमला न कर सकें.
एक और अमेरिकी सांसद ग्रेगरी मीक्स ने भी आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की नीति का सपोर्ट किया और कहा कि वह भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का महत्वपूर्ण पार्टनर है.
उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का महत्वपूर्ण पार्टनर है. QUAD और ट्रेड हो या यूक्रेन-रूस जैसे मुद्दों पर साथ मिलकर काम करना हो, हम साथ हैं. ग्रेगरी ने कहा कि भारत और अमेरिका दुनिया में सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र हैं, हमारे मूल्य समान हैं. उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले पर दुख जताया और कहा कि हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं.
Read More at www.abplive.com