भारत में आईफोन Assemble होता है या Manufacture, जानें दोनों में क्या होता है अंतर?

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भारत में हर साल लाखों की संख्या में आईफोन तैयार किए जाते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार अपने बयान और फैसले को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। कुछ समय पहले वे अपने टैरिफ प्लान को लेकर सुर्खियां बटोर रहे थे तो अब उन्होंने उन्होंने Apple से भारत को लेकर ऐसी बात कही है जिससे चर्चा में बने हुए हैं। भारत और चीन Apple के लिए दो ऐसे देश हैं जो आईफोन्स का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन करते हैं। लेकिन कुछ समय पहले ट्रंप ने Apple से भारत में आईफोन्स के प्रोडक्शन को बढ़ाने से मना करने की बात कही है। अब इसको लेकर भी वे चर्चा में हैं।

Apple के लिए भारत कितना बड़ा आईफोन उत्पादक देश है इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि कुछ समय पहले कंपनी ने यहां से कई सारे जहाज भरकर आईफोन्स मंगाए थे। कंपनी ने यह कदम डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ प्लान के बाद उठाया था। खबरों के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने Apple से भारत में iPhone की फैक्ट्री लगाने से मना किया है। क्या आपको मालूम कि भारत में आईफोन असेंबल होता है या फिर मैन्युफैक्चर? कई लोगों को इनके बीच का अंतर मालूम नहीं होता। आइए आपको इनके बीच का अंतर बताते हैं।

मैन्युफैक्चर और असेंबल  में क्या अंतर है?

जब भी किसी प्रोडक्ट के निर्माण की बात आती है तो मैन्युफैक्चर और असेंबल शब्द का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ये दोनों शब्द कैसे एक दूसरे से अलग हैं और इनका क्या अर्थ होता है?

मैन्युफैक्चर- मैन्युफैक्चर शब्द को सामान्यतौर पर उस जगह पर इस्तेमाल किया जाता है जहां पर किसी प्रोडक्ट के बनने की पूरी प्रक्रिया यानी शुरू से लेकर अंत तक एक ही जगह पर होती है। मतलब प्रोडक्ट से संबंधित कच्चे माल से लेकर सभी कंपोनेट्स का निर्माण और फिर उन्हें जोड़कर प्रोडक्ट को अंतिम रूप देने का काम किया जाता है। अगर कोई कंपनी खुद से चिप, बैटरी, डिस्प्ले, कैमरा डिजाइन करके स्मार्टफोन बनाए तो उसे मैन्युफैक्चरिंग कहा जाता है। मैन्युफैक्चरिंग में प्रोडक्ट के डिजाइन से लेकर कच्चे माल की प्रोसेसिंग, पार्ट्स का उत्पादन जैसे सभी काम शामिल होते हैं।

असेंबल: असेंबल का सीधा मतलब यह होता है कि अलग अलग कंपोनेट्स को लाकर एकर जगह पर जोड़कर प्रोडक्ट को अंतिम रूप देना। असेंबल वाली यूनिट में पार्ट का निर्माण नहीं होता। इसमें अलग-अलग जगहों से पार्ट्स को लाकर असेंबल किया जाता है। आपको बता दें कि भारत या फिर चीन में जो आईफोन असेंबल होते हैं उनके लिए ताइवान, कोरिया आदि देशों से अलग-अलग कंपोनेट्स को लाकर आईफोन को तैयार किया जाता है।

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