सोशल मीडिया बना हथियार, ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा इन ऐप्स से लीक कर रही थी देश की जानकारी

<p style="text-align: justify;">हरियाणा की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा पिछले तीन साल से ट्रैवल ब्लॉग बनाकर सोशल मीडिया पर फेमस हुई थी. सोशल मीडिया पर वह अलग अलग देशों के बारे में बताती नजर आती थी. हालांकि ज्योती फिल्हाल अपने ब्लॉग के कारण नहीं बल्कि एक गंभीर आरोप के चलते चर्चा में हैं. ज्योति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उन पर देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को देने का आरोप है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यूट्यूब से पहचान, सोशल मीडिया से जासूसी</strong></p>
<p style="text-align: justify;">ज्योति के &lsquo;ट्रैवल विद जो&rsquo; नाम के यूट्यूब चैनल पर लाखों लोग जुड़े हुए हैं. &nbsp;ज्योति की पहचान एक ट्रैवल व्लॉगर के रूप में हुई थी, लेकिन पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि वो इसी पहचान का इस्तेमाल कर भारत की अंदरूनी जानकारी जुटा रही थी. सोशल मीडिया उसके लिए केवल एक कमाई का जरिया नहीं, बल्कि जासूसी का एक जरिया बन गया था.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कौन-कौन से ऐप्स थे ज्योति के टूल</strong></p>
<p style="text-align: justify;">पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, ज्योति इंस्टाग्राम, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रही थीं. इन ऐप्स के जरिए वो खास लोगों से जुड़ती थीं और बातचीत के दौरान भारत से जुड़ी संवेदनशील बातें पाकिस्तान तक पहुंचाती थी. खासकर टेलीग्राम जैसी ऐप्स जो एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग के लिए जानी जाती हैं, उनका इस्तेमाल सूचनाएं छिपाकर भेजने के लिए किया गया.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>वीडियोज में छिपे थे संकेत?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">ज्योति ने हाल ही में पाकिस्तान की यात्रा की थी और इस ट्रिप की वीडियो उसने 6 मार्च को यूट्यूब पर डाली थी, जिसे 32 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं. उस वीडियो पर भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के दर्शकों ने प्रतिक्रियाएं दी थी. इसके अलावा उनके इंस्टाग्राम पर भी पाकिस्तान से जुड़ी कई पोस्ट्स मौजूद थी. कई फॉलोअर्स ने उनकी पाकिस्तान यात्राओं को लेकर सवाल भी उठाए थे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>भारत की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर</strong></p>
<p style="text-align: justify;">अब जब यह मामला सामने आया है, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. सोशल मीडिया के जरिए हो रही जासूसी की यह घटना दिखाती है कि कैसे तकनीक का गलत इस्तेमाल करके देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाया जा सकता है. एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या ज्योति अकेले काम कर रही थी या इस नेटवर्क में और लोग भी शामिल हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">यह मामला सिर्फ एक व्लॉगर की गिरफ्तारी का नहीं, बल्कि डिजिटल युग में खुफिया सूचनाओं की सुरक्षा का भी है. इंस्टाग्राम, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स अब सिर्फ सोशल कनेक्शन के लिए नहीं, बल्कि सुरक्षा एजेंसियों की जांच के दायरे में भी आ चुके हैं. ज्योति की गिरफ्तारी एक चेतावनी है कि हर चमकता चेहरा भरोसे के लायक नहीं होता.</p>
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