Holy Places in India That Every Tourist Must Visit

Holy Places in India: भारत सांस्कृति, धार्मिक, सामाजिक आधि की विभिन्नताओं का देश है. यहां के लोगों की धर्म में गहरी आस्था है. इसकी बानगी इसी से देखी जा सकती है कि छोड़े बड़े गांव से लेकर बड़े-बड़े महानगरों तक कई धार्मिक स्थल मौजूद है.

हर स्थल की अपनी महत्ता और इतिहास है, इनके चमत्कार की कहानी आज भी लोगों का आश्चर्य करती हैं. देश की चारों दिशाओं में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां दर्शन करना श्रेष्ठ फलदायी माना जाता है.

भारत के धार्मिक स्थल

अयोध्या राम मंदिर – हिंदू धर्म में के पौराणिक ग्रंथों में अयोध्या को मोक्षदायिनी सात पुरियों में से एक बताया गया है. अयोध्या श्रीराम की जन्मभूमि है. अयोध्या राम मंदिर का इतिहास 11वीं शताब्दी से जुड़ा है, जब इसे मूल रूप से भगवान राम को समर्पित करने के लिए बनाया गया था। यह मंदिर सदियों तक पूजा का एक प्रतिष्ठित स्थान रहा, जो भक्ति और आस्था का प्रतीक है. इस मंदिर का इतिहास जगजाहिर है, 1528 में यहां बाबर ने मस्जिद बनाने के आदेश दिए थे जिसे औरंगजेब ने पूरा किया.

1992 तक ये मस्जिद विद्यमान रही और रामलला की पूजा एक चूबतरे नुमा मंदिर में होती थी. इसके बाद मंदिर के अस्तित्व को लेकर संघर्ष शुरू हुआ और आखिरकार आज वहां श्रीराम का भव्य नया मंदिर बन चुका है जहां 5 साल के रूप में रामलला की मूर्ति विराजमान हैं.

अमरनाथ, श्रीनगर –  अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है, क्योंकि माना जाता है कि यहीं पर भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था. यहां की प्रमुख विशेषता पवित्र गुफा में बर्फ से प्राकृतिक शिवलिंग का निर्मित होना है. सावन के पवित्र महीने में यह स्थल श्रद्धालुओं से भरा रहता है.

जगन्नाथ मंदिर, पुरी – ओडिशा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर हिन्दुओं के चार धाम में से एक माना जाता है. बद्रीनाथ , द्वारका , पुरी और रामेश्वरम ये चार धाम हैं जहां दर्शन मात्र से व्यक्ति हर पाप धुल जाते हैं और वह जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है. हर साल जून महीने में होने वाला इस मंदिर का रथ यात्रा उत्सव विश्व प्रसिद्ध है.

वेंकटेश्वर मंदिर, तिरुपति – आंध्रप्रदेश का तिरुपति मंदिर भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर रूप की पूजा होती है. ये हिन्दू मंदिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्प कला का अदभूत उदाहरण है. इस मंदिर से जुड़ी मान्यता यह है कि प्रभु विष्णु ने कुछ समय के लिए तिरुमाला के पास स्थित स्वामी पुष्करणी सरोवर के किनारे निवास किया था. भक्त यहां आकर अपने बाल दान करते हैं.

काशी विश्वनाथ, वाराणसी – ये 12 ज्योतिर्लिंग में से एक माना जाता है, भगवान शिव पार्वती मां के कहने पर उन्हें शादी के बाद कैलाश के लेकर काशी आ गए. काशी में आने के बाद वहं विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के रुप में स्थापित हो गए.

वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू – जम्मू-कश्मीर में कटरा की पहाड़ियों में स्थित माता का ये मंदिर आस्था और श्रद्धा की एक बहुत बड़ी मिसाल है. मान्यता है कि देवी वैष्‍णो यहां पर बनी एक गुफा में आकर छिपी थीं और उन्होंने एक राक्षस का वध किया था. वैष्णो देवी मंदिर का मुख्‍य आकर्षण गुफा में रखे तीन पिंड है.

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