कब होती है भगवान की कृपा? विराट कोहली-अनुष्का शर्मा को प्रेमानंद महाराज ने कही ऐसी बात, सुनते ही बदल जाएगा नजरिया

Virat Kohli, Premanand Maharaj, Anushka sharma
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अनुष्का शर्मा, विराट कोहली और प्रेमानंद महाराज।

बीते दिन यानी सोमवार को हफ्ते की शुरुआत के साथ ही विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट अपने संन्यास का ऐलान कर दिया। उनका ये ऐलान पूरे देश के लिए चौंकाने वाले रहा। इस ऐलान ने विराट के चाहने वालों को काफी निराश किया। फिलहाल इसकी आधिकारिक घोषणा करने कुछ वक्त बाद ही विराट और अनुष्का को दिल्ली के लिए रवाना होते देखा गया। इस दौरान दोनों कैजुअल कपड़ों में नजर आए। अब इसके ठीक एक दिन बाद दोनों वृंदावन पहुंचे है और उन्होंने प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। दोनों ही पीले कपड़ों में नजर आए। इस मुलाकात का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें प्रेमानंद महाराज उन्हें खास उपदेश देते नजर आ रहे हैं। अनुष्का शर्मा और विराट कोहली से उन्होंने क्या-क्या कहा, जानें।

प्रेमानंद महाराज में बताया पुण्य और कृपा में फर्क

सामने आए वीडियो में आप देख सकते हैं कि विराट कोहली और अनुष्का शर्मा प्रेमानंद महाराज के आश्रम में पहुंचते हैं और इसके बाद ही दोनों उनके आगे सिर झुका कर आशीष लेते हैं। इस दौरान प्रेमानंद महाराज का एक शिष्य बताता है कि विराट और अनुष्का आए हैं। पहले प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि बैठो और फिर पूछते हैं कि वे प्रसन्न हैं। दोनों मुस्कुराते हुए हां कहते हैं। फिर प्रेमानंद महाराज कहते हैं, ‘ठीक ही रहना चाहिए, हम आपको अपने प्रभु का विधान बताते हैं थोड़ा सा, जब प्रभु किसी पर कृपा करते हैं, ये वैभव मिलना कृपा नहीं है, ये पुण्य है। पुण्य एक घोर पापी को भी मिल जाता है। पाप करने के बाद भी उनका कोई पुण्य होता है जिससे वो अच्छा जीवन जीते हैं। ये पूर्व के पुण्य हो सकते हैं। वैभव बढ़ना और यश बढ़ना भगवान की कृपा नहीं मानी जाती। भगवान की कृपा मानी जाती है अंदर का चिंतन बदलना।’

यहां देखें वीडियो

कब होती है कृपा?

प्रेमानंद महारात ने अनुष्का और विराट से आगे कहा, ‘जिससे आपके अनंत जन्मों के संस्कार भस्म होकर, अगला जो है वो बहुत उत्तम होता होगा। ये अंदर के चिंतन से होता है बाहर के चिंतन से कुछ भी नहीं होता। अंदर का चिंतन मतलब, अच्छा हम लोगों का स्वभाव बन गया है बहिरमुखी, यानी बाहर, यश, कीर्ति, लाभ, विजय, इससे हमको सुख मिलता है, अंदर से कोई मतलब नहीं रहता, कोई विर्लय ही अंदर से रखता है। अब क्या होता है भगवान जब कृपा करते हैं तो संत समागम देते हैं, दूसरी जब कृपा होती है तो विपरीतता देते हैं। फिर अंदर से एक रास्ता देते हैं, ये मेरा रास्ता है। ये परम शांति का रास्ता है, शांति का नहीं, भगवान वो रास्ता देते हैं, जिससे वो आपको अपने पास बुला लेते हैं। बिना प्रतिकूलता के संसार का राग्य नष्ट नहीं होता। किसी को भी वैराग्य होता तो संसार की प्रतिकूलता देखकर होता है। सब कुछ हमारे अनुकूल है तो हम आनंदित होकर उसका भोग करते हैं, जब हमारे ऊपर प्रतिकूलता आती है तो लगता है कि इतना झूठा संसार।’

राधा नाम के जाप का बताया महत्व

विराट कोहली और अनुष्का बड़े ही ध्यान से प्रेमानंद महाराज की बातें सुनते रहे। दोनों ने उनकी हर बात स्विकार किया। अंत में प्रेमानंद महाराज राधे नामजप का महत्व बताया और कहा कि इस जप करते रहो। दोनों ने ही सिर झुकाकर हां कहां और फिर आशीष लेने के बाद वहां से रवाना हो गए। जहां अनुष्का शर्मा पीले सूट में नजर आई, वहीं विराट ने भी येलो शर्ट के साथ भूरी पैंट कैरी की है।

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