“मेरे पास तुम्हें देने को कुछ नहीं…”, Virat Kohli के संन्यास लेने पर भावुक हुए सचिन तेंदुलकर, उनके पिता की याद दिलाते हुए किया बड़ा खुलासा

Virat Kohli : विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने 14 साल के करियर का आधिकारिक ऐलान किया है। उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले यह संन्यास लिया है। उनके संन्यास के फैसले के बाद हर कोई दुखी है। उनका अचानक लिया गया यह फैसला भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को रुलाने वाला है। संन्यास के बाद शुभकामनाओं का तांता लगा हुआ है। क्रिकेट जगत से हर कोई उन्हें शुभकामनाएं दे रहा है। इसी कड़ी में सचिन तेंदुलकर ने भी स्टार खिलाड़ी के संन्यास पर पोस्ट किया है।

सचिन तेंदुलकर ने Virat Kohli के संन्यास पर किया भावुक पोस्ट

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सचिन तेंदुलकर ने विराट कोहली के डेब्यू के दिनों को याद किया, जब कोहली ने दिग्गज को धागा दिया था। इस दौरान दिग्गज खिलाड़ी कैसा महसूस कर रहे थे। उन्होंने विराट के संन्यास पर के दरमियान बताया है, जो बेहद भावुक करने वाला है। क्योंकि यह कोहली ने अपने दिवंगत पिता के कहने पर दिया था।

सचिन तेंदुलकर ने Virat Kohli के बारे में भावुक पोस्ट की

सचिन तेंदुलकर ने कहा- ‘जब आप टेस्ट से संन्यास ले रहे हैं, तो मुझे 12 साल पहले मेरे आखिरी टेस्ट के दौरान आपके द्वारा किए गए विचारशील इशारे की याद आ रही है। आपने अपने दिवंगत पिता की ओर से मुझे एक धागा भेंट करने की पेशकश की थी। इसे स्वीकार करना मेरे लिए बहुत ही व्यक्तिगत था, लेकिन यह इशारा दिल को छू लेने वाला था और तब से मेरे साथ है।

सचिन ने आगे लिखा, ‘भले ही मेरे पास बदले में देने के लिए कोई धागा न हो। लेकिन कृपया जान लें कि आप मेरी गहरी प्रशंसा और शुभकामनाएं लेकर आए हैं। आपकी सच्ची विरासत, विराट, अनगिनत युवा क्रिकेटरों को खेल अपनाने के लिए प्रेरित करती है। आपका टेस्ट करियर कितना शानदार रहा है! आपने न केवल भारतीय क्रिकेट को रन दिए हैं, बल्कि आपने इसे उत्साही प्रशंसकों और खिलाड़ियों की एक नई पीढ़ी दी है। बेहद खास टेस्ट करियर के लिए बधाई।

Virat Kohli ने डैब्यू के सिर्फ तीन साल बाद भारत की कप्तानी संभाली

गौरतलब है कि विराट कोहली ने जून 2011 में किंग्स्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। लेकिन महज तीन साल के भीतर ही उन्हें इस प्रारूप में टीम इंडिया का कप्तान बना दिया गया। इसे खिलाड़ी की प्रतिभा और वर्चस्व के तौर पर समझा जा सकता है।

मालूम हो कि 2015 में कोहली को ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में कप्तानी सौंपी गई थी। इसके बाद उन्होंने इस फॉर्मेट में 68 मैचों में कप्तानी करते हुए 40 मैच जीते हैं। इतना ही नहीं उनकी कप्तानी में भारत ने लगातार पांच साल टेस्ट क्रिकेट में दबदबा बनाया।

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