Stock Market Outlook: इस हफ्ते शेयर बाजार में तेजी रहेगी या गिरावट, ये 10 बड़े फैक्टर करेंगे तय – stock market outlook india pakistan tension cpi results impact

Stock Market Outlook: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े हुए तनाव ने बीते सप्ताह (9 मई को समाप्त) मार्केट सेंटिमेंट को कमजोर किया। हालांकि, युद्ध की आशंका कम होने की उम्मीद में नुकसान सीमित रहा। सप्ताह के अंत में बेंचमार्क इंडेक्स में गिरावट सिर्फ 1.1% तक सीमित रही।

बीते चार सप्ताह से FII की लगातार खरीद, अप्रैल में रिकॉर्ड GST कलेक्शन, डॉलर में नरमी और तेल की स्थिर कीमतों ने बाजार को सपोर्ट दिया। एक्सपर्ट का मानना है कि बाजार अब कुछ समय के लिए समेकन (consolidation) की स्थिति में रह सकता है।

Geojit Investments के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “बाजार की नजर अब भारत और अमेरिका के महंगाई आंकड़ों (CPI, WPI) पर होगी। आम सहमति है कि महंगाई में नरमी देखने को मिल सकती है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत-पाकिस्तान के बीच का भू-राजनीतिक तनाव निकट भविष्य में चिंता का विषय बना रहेगा।

आइए जानते हैं कि उन 10 बड़े फैक्टर के बारे में, जो बाजार की दशा और दिशा को तय करेंगे।

1. भारत-पाकिस्तान तनाव

शेयर बाजार की नजर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव पर बनी रहेगी। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।

दोनों देशों ने 10 मई शाम 5 बजे से सीजफायर का ऐलान किया है, लेकिन कुछ क्षेत्रों से सीजफायर उल्लंघन की खबरें भी आई हैं। दोनों देशों के सेना संचालन महानिदेशकों (DGMOs) की बैठक 12 मई को तय है। इसमें युद्धविराम के अमल और तनाव कम करने के उपायों पर चर्चा की जाएगी।

2. कंपनियों के तिमाही नतीजे

भू-राजनीतिक घटनाओं के अलावा निवेशकों की नजर चालू मार्च तिमाही के नतीजों (Q4FY25) पर भी रहेगी। अगले सप्ताह 500 से अधिक कंपनियों के तिमाही नतीजे जारी होने हैं। अगर प्रमुख कंपनियों की बात करें, तो इनमें Tata Steel, Bharti Airtel, Hero MotoCorp, Eicher Motors, Tata Power,Tata Motors और HAL का नाम शामिल है।

3. खुदरा महंगाई दर (CPI)

अप्रैल महीने की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) और थोक मूल्य सूचकांक (WPI) से जुड़े आंकड़े 13 मई और 14 मई को जारी होंगे। ये आंकड़े यह तय करने में अहम होंगे कि RBI अगली मौद्रिक नीति बैठक में दरों पर क्या रुख अपनाती है। अर्थशास्त्रियों के अनुसार, मार्च में CPI 3.34% रही थी और अप्रैल में इसमें और गिरावट की उम्मीद है।

अप्रैल महीने के विदेश व्यापार (Balance of Trade) के आंकड़े 15 मई को और 9 मई को समाप्त सप्ताह का विदेशी मुद्रा भंडार डेटा 16 मई को जारी किया जाएगा। इन आंकड़ों का असर रुपये की दिशा और विदेशी निवेश पर पड़ सकता है।

4. ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजार की नजर अमेरिका और चीन के बीच संभावित व्यापार समझौते पर रहेगी, जो वैश्विक व्यापार युद्ध को टालने और आर्थिक स्थिरता लौटाने की दिशा में अहम है। कुछ अन्य प्रमुख आर्थिक आंकड़े आएंगे, जैसे कि यूरोजोन और जापान के Q1-2025 GDP आंकड़े। वहीं, अमेरिका से अप्रैल महीने का औद्योगिक उत्पादन, खुदरा बिक्री, PPI (Producer Price Index) और महंगाई दर का डेटा आएगा।

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5. Fed चेयरमैन पॉवेल का भाषण

वैश्विक स्तर पर निवेशकों की नजर 15 मई को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण पर भी रहेगी। बीते सप्ताह फेड की मौद्रिक नीति बैठक में स्टैगफ्लेशन के जोखिम को लेकर चेतावनी दी गई थी। कोटक सिक्योरिटीज की कायनात चैनवाला ने कहा कि अगर महंगाई उम्मीद से अधिक और खुदरा बिक्री कमजोर रहती है, तो निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की संभावना और कम हो सकती है।

6. विदेशी निवेशकों का रुख

पिछले सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने कैश सेगमेंट में 5,087 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की, भले ही शुक्रवार को बाजार में गिरावट रही। यह लगातार चौथा सप्ताह है जब एफआईआई ने खरीदारी की है। इससे पहले बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिली थी, हालांकि सप्ताह के अंत में हल्की मुनाफावसूली हुई।

घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) की ओर से भी बीते सप्ताह 10,451 करोड़ रुपये और मई महीने में अब तक कुल 13,741 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी दर्ज की गई, जो FII फ्लो से बेहतर है। इस बीच, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स सीमित दायरे में कारोबार के बाद लगातार दूसरे सप्ताह 100 के ऊपर बंद हुआ। हालांकि, यह अब भी जनवरी के उच्चतम स्तर 110.18 से काफी नीचे है।

7. आईपीओ का बाजार

प्राइमरी मार्केट में मुख्य बोर्ड अगले सप्ताह भी शांत रहेगा। लेकिन, SME सेगमेंट में हलचल बनी रहेंगी। 13 मई को सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी Integrity Infrabuild Developers का ₹12 करोड़ का आईपीओ खुलेगा।

14 मई को फार्मा कंपनी Accretion Pharmaceuticals का ₹30 करोड़ का पब्लिक इश्यू दलाल स्ट्रीट पर आएगा। इसी दिन Virtual Galaxy Infotech का आईपीओ बंद होगा। वहीं, Manoj Jewellers और Srigee DLM की लिस्टिंग 12 मई को BSE SME प्लेटफॉर्म पर होगी।

8. निफ्टी पर टेक्निकल नजरिया

टेक्निकल नजरिए से निफ्टी 50 ने वीकली चार्ट पर मंदी का कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है। यह Bearish Engulfing जैसी है, लेकिन क्लासिकल नहीं। इसमें औसत से अधिक वॉल्यूम भी रहा, जो कमजोरी का संकेत देता है। इसके बावजूद निफ्टी ने 24,000 का स्तर क्लोजिंग बेसिस पर बचा लिया और भारत-पाकिस्तान तनाव के बावजूद साप्ताहिक गिरावट केवल 1.4 प्रतिशत तक सीमित रही।

इंडेक्स अब भी 23,850 से 24,600 के दायरे में ट्रेड करता दिख रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि जब तक निफ्टी 23,850 के ऊपर बना रहेगा, तब तक मंदड़ियों को बड़ा दबाव बनाने का मौका नहीं मिलेगा। अगर यह स्तर decisively टूटता है, तो इंडेक्स 23,600 से 23,500 तक जा सकता है।

वीकली डेरिवेटिव डेटा के मुताबिक, निकट भविष्य में निफ्टी 23,500 से 24,500 के दायरे में कारोबार कर सकता है। इसके लिए तत्काल सपोर्ट लेवल 23,800 और प्रमुख रेजिस्टेंस लेवल 24,300 माना जा रहा है। कॉल ऑप्शन की बात करें तो, 25,000 स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट दर्ज किया गया है, इसके बाद 24,500 और 24,000 स्ट्राइक्स पर। सबसे ज्यादा कॉल राइटिंग 24,000 स्ट्राइक पर हुई है, इसके बाद 24,100 और 25,000 पर।

पुट ऑप्शन की बात करें तो, 24,000 स्ट्राइक पर अधिकतम ओपन इंटरेस्ट दर्ज हुआ है, इसके बाद 23,500 और 23,800 स्ट्राइक्स पर। पुट राइटिंग सबसे ज्यादा 24,000, फिर 24,100 और 24,050 पर हुई है।

इस बीच, फियर इंडेक्स India VIX लगातार तीसरे सप्ताह ऊंचाई पर बना रहा है। इससे बुल्स के लिए सतर्कता का संकेत मिलता है। सप्ताह के दौरान यह इंडेक्स 18.5% की तेजी के साथ 21.63 स्तर पर पहुंच गया।

कॉरपोरेट ऐक्शन

आने वाले सप्ताह में कई कंपनियों में कॉरपोरेट एक्शन देखने को मिल सकते हैं। (देखें चार्ट)

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