आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तान का षड्यंत्र, और उसके पीछे खड़े पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर (Asim Munir), शनि की साढ़े साती और नीच का मंगल भारत-पाक के बीच क्या युद्ध का कारण बन सकता है? ज्योतिष से इन प्रश्नों के जो उत्तर मिल रहे हैं वे बेहद चौंकाने वाले हैं.
जब ग्रह बनें रणभूमि के कारक
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की नृशंस हत्या ने देश को झकझोर दिया. इसके पीछे जो नाम सबसे प्रमुखता से उभरा, वो है पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर (Asim Munir) का, जिन्होंने हमले से कुछ दिन पहले भड़काऊ भाषण देकर माहौल को विषैला बना दिया था. लेकिन क्या इस पूरी साजिश का संकेत ग्रहों नक्षत्रों की चाल से बहुत पहले से मिलने लगे थे?
1. शनि की साढ़े साती ने बजाई संकट की घंटी: 29 मार्च 2025 से मेष राशि पर शनि की साढ़े साती आरंभ हुई है. ये पहला चरण है, जिसे ‘मनोवैज्ञानिक और नीतिगत भ्रम’ का चरण कहा जाता है. चूंकि आसिम मुनीर की नाम राशि मेष है, इस समय उनके निर्णयों में कट्टरता, अहंकार और विवेकहीनता बढ़ रही है.
2. नीच का मंगल बना पकिस्तान के लिए अमंगल: आक्रोश और असफल रणनीति के पीछे ग्रहों की चाल साफ दिखाई दे रही है. मेष राशि के स्वामी मंगल वर्तमान में कर्क राशि में नीच का है. यह युति निर्णयों में असफलता, क्रोध की अधिकता और सैन्य रणनीतियों में विफलता को दर्शाता है. सेना के लिए मंगल अच्छा माना जाता है, मुनीर के लिए मंगल अधिकारों में वृद्धि कर सकता है, लेकिन नीच का होने के कारण परिणाम इसके विपरीत प्रदान करेगा.
3. शुक्र की दशा आग में कर रही घी का काम: पाकिस्तान की कुंडली से स्पष्ट है कि वो अब संकट के द्वार पर आ चुका है. पाकिस्तान की कुंडली मेष लग्न की है और वर्तमान में शुक्र की दशा चल रही है. शुक्र इस कुंडली में मारकेश है यानी उसकी स्थिति ठीक वैसी ही होनी जा रहे हैं जैसे कोई मरीज वेंटिलेटर पर है. यह दशा राष्ट्र पर आर्थिक, रणनीतिक और सामाजिक संकट एक साथ लेकर आ रही है.
क्या युद्ध की ओर बढ़ रहा है भारत-पाक तनाव?
8 मई 2025 को पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर तनाव को चरम पर पहुंचा दिया. भारत की कुंडली (Bharat Kundli) वृषभ लग्न की है, जिसमें शुक्र लग्नेश होकर शुभ प्रभाव दे रहा है. शनि की दृष्टि अब न्याय की मांग कर रही है. पाकिस्तान की इस हरकत का भारत मुंहतोड़ जवाब दे रहा है और आगे भी देगा.
आसिम मुनीर, शनि की काली छाया में फंसे सेनापति
शनि की साढ़े साती में पहले चरण के दौरान व्यक्ति का मनोबल कमजोर होता है. आसिम मुनीर के हालिया भाषण और निर्णय में शनि दंड दिखाई देता है. जनरल असीम मुनीर ने 29 जनवरी 2022 को प्रात: 11 बजकर 30 मिनट पर रावलपिंडी में पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष के रुप में जब शपथ ली थी तो उस वक्त मकर लग्न का उदय हो रहा था.
विशेष बात ये है कि जिस समय शपथ ली उसी समय शनि-चंद्रमा की युति से विष योग का निर्माण हो रहा था. शनि के दंड से आसिम मुनीर बच नहीं सकते हैं, ग्रहों की चाल और नक्षत्रों की स्थिति चीख-चीख कर रहे हैं कि जो किया है उसे भोगना ही पड़ेगा.
आसिम मुनीर की राशि में शनि, पाकिस्तान की कुंडली (Pakishtan Kundli) में मारकेश की दशा और वर्तमान समय में अन्य ग्रहों का गोचर, तीनों ही संकेत दे रहे हैं कि पाकिस्तान फंस चुका है. 13 से 23 मई 2025 तक का समय आसिम मुनीर के लिए बहुत चुनौती पूर्ण है. जून की बात करें तो 6,7 और 9 जून का समय भी संकट से भरा है.
भारत के लिए शनि कैसे हैं?
भारत की कुंडली में शनि तीसरे भाव में हैं, जो यह साहस, नीति और आत्मबल दे रहे हैं. यही कारण है कि भारत हर मोर्चे पर पाकिस्तान को पटखनी दे रहा है. भारत की स्थिति अत्यंत मजबूत है. कूटनीति के मोर्चे पर भी इस बार पाकिस्तान कहीं टिक नहीं पाएगा. भारत इस बार पाकिस्तान को ऐसी सजा देगा, जिससे उभरने में पाकिस्तान को वक्त लगेगा.
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