
धार्मिक मान्यता है कि जो विवाहिता वैशाख पूर्णिमा पर बरगद के पेड़ का पूजन करती हैं उन्हें पुत्र के दीर्घायु और पति की लंबी उम्र का वरदान मिलता है.

पूर्णिमा पर पितरों के लिए की गई पूजा से पितृ तो संतुष्ट होते ही हैं साथ ही भगवान विष्णु की कृपा भी मिलती है. ऐसे में पीपल पर जल के साथ दूध, चीनी मिलाकर चढ़ाएं और 7 परिक्रमा करें. मान्यता है इससे पितृ दोष दूर होता है.

श्रीमद भागवत गीता भगवान कृष्ण कहते हैं कि समस्त वृक्षों में मैं पीपल का वृक्ष सबसे श्रेष्ठ है क्योंकि यह साक्षात मेरा ही रूप है. इसलिए पूर्णिमा पर पीपल की पूजा से सुख-समृद्धि बढ़ती है.

पूर्णिमा पर जो लोग तुलसी की पूजा करते हैं, शाम को दीपक लगाकर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करते हैं, मान्यता है उनके यहां कभी धन की कमी नहीं होती है.

वैशाख पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध को बौधी वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी इसलिए इस दिन बौध गया में इस पेड़ की पूजा का विधान है. इससे सारे विकार दूर होने की मान्यता है.

वैशाख पूर्णिमा के दिन कपड़ा, धन, अन्न और फल दान करने से धन-धान्य में अपार वृद्धि होती है. इसके अलावा, इस दिन बर्तन, अनाज और सफेद कपड़ों का दान करना भी लाभकारी माना जाता है.
Published at : 08 May 2025 11:21 AM (IST)
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