Share Markets: शेयर बाजार में हरियाली, सेंसेक्स खुलते ही 500 अंक उछला, इन 5 कारणों से आई तेजी – share market rally sensex soars 500 points nifty above 24500 here are 5 reasons why

Share Market Rally: भारतीय शेयर बाजारों में आज 5 मई को शानदार तेजी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 500 अंक तक चढ़ गया। वहीं निफ्टी उछलकर 24,500 के पार पहुंच गया। विदेशी निवेशकों की वापसी और कच्चे तेल के दाम में गिरावट से शेयर मार्केट का सेंटीमेंट हाई दिखा। अदाणी पोर्ट्स, अदाणी एंटरप्राइजेज, ट्रेंड, श्रीराम फाइनेंस और बजाज फिनसर्व के शेयर 7 फीसदी तक उछल गए। स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में जमकर खरीदारी दिखी और दोनों इंडेक्स करीब 1 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।

कारोबार के दौरान, सेंसेक्स 507.65 अंक या 0.63 प्रतिशत चढ़कर 81,009.64 अंक के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया। वहीं एनएसई निफ्टी 164.6 अंक या 0.67 प्रतिशत बढ़कर 24,511.30 अंक के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया।

शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे 5 मुख्य वजहें रही-

1. विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार खरीदारी

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार खरीदारी ने शेयर बाजार को मजबूत सपोर्ट मिला है। शुक्रवार को विदेशी निवेशकों ने शुद्ध रूप से 2,769.81 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर खरीदे। इससे पहले अप्रैल महीने में विदेशी निवेशकों ने कुल 4,223 करोड़ रुपये की पूंजी भारतीय बाजार में डाली। इसके साथ ही लगातार तीन महीने तक बिकवाली करने के लिए विदेशी निवेशक इस साल अप्रैल में पहली बार शुद्ध खरीदार बने। इससे पहले जनवरी में उन्होंने 78,027 करोड़, फरवरी में 34,574 करोड़ और मार्च में 3,973 करोड़ रुपये की बिकवाली थी।

जियोजित इनवेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा, “विदेशी निवेशकों ने भारत को लेकर अपनी रणनीति बदली है और अब वे बिकवाली की जगह खरीदारी कर रहे हैं। पिछले 12 दिनों से विदेशी निवेशकों ने लगातार कैश मार्केट में खरीदारी की है, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला है और यह ऊपर जा रहा है।”

2. क्रूड ऑयल के दाम में तेज गिरावट

ओपेक+ देशों ने क्रूड ऑयल का उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है। इसके चलते अंतराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम में तेज गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड का भाव सोमवार को कारोबार की शुरुआत में 4.6 प्रतिशत तक गिरकर 58 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव 56 डॉलर के करीब था। भारत के लिए यह बड़ी राहत की बात है क्योंकि हम अपने कच्चे तेल की जरूरतों का करीब 80 प्रतिशत से ज्यादा विदेशी से खरीदते हैं। इसके अलावा क्रूड का दाम गिरने से पेंट और टायर कंपनियों की इनपुत लागत में भी गिरावट आती है, जिससे उनका ग्रॉस मार्जिन और मुनाफे को सपोर्ट मिलता है।

3. मजबूत ग्लोबल संकेत

शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार लगातार नौवें दिन बढ़त के साथ बंद हुआ। यह साल 2004 के बाद वहां के शेयर बाजार में आई सबसे लंबी रैली है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ ऐलानों के बाद बाजार में जो गिरावट आई थी, उसमें से अधिकतर की भरपाई अब हो चुकी है। अमेरिकी जॉब मार्केट के अच्छे आंकड़ों और चीन के साथ टैरिफ पर बातचीत शुरू होने की खबरों ने अमेरिकी बाजार को मजबूती दी है। शुक्रवार को एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.5% चढ़कर 5,686.67 पर पहुंच गया। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 1.4% बढ़कर बंद हुआ। वहीं नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स में 1.5% की तेजी देखी गई। एशियाई बाजार में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहा था।

4. भारतीय रुपये में मजबूती

भारतीय रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 39 पैसे मजबूत होकर 84.18 के स्तर पर पहुंच गया। विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय बाजार में लगातार पैसा डालने से रुपये को मजबूती मिली है। फॉरेक्स ट्रेडर्स ने बताया कि कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट और घरेलू शेयर बाजारों में तेजी ने विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है।

5. आईटी शेयरों में खरीदारी

आईटी कंपनियों के शेयरों में आज 5 मई को जोरदार खरीदारी देखने को मिली। यह तेजी ऐसे समय में आई है, जब अमेरिका के सेंट्रल बैंक, फेडरल रिजर्व की इसी बुधवार को बैठक होने वाली है। परसिस्टेंट सिस्टम्स, कोफोर्ज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), एलटीआईमाइंडट्री और विप्रो के शेयरों में 2 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली।

टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

शुक्रवार को हुए तेज उतार-चढ़ाव के बीच निफ्टी में “ग्रेवस्टोन डोजी” कैंडलस्टिक पैटर्न बना, जिसे आमतौर पर एक मंदी का संकेत माना जाता है। हालांकि, जियोजित इनवेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स का मानना है कि फिलहाल इस संकेत को नजरअंदाज किया जा सकता है।

आनंद जेम्स ने कहा, “शुक्रवार को तेजी से बिकवाली के बाद निफ्टी ने ग्रेवस्टोन डोजी पैटर्न बनाया, लेकिन यह कारोबार के अंत में 24,350 के करीब हुआ, जो बीते छह दिनों का औसत स्तर भी है। इससे हमें इस समय मंदी के संकेत को नजरअंदाज करने और 25,000 के टारगेट पर बने रहने का भरोसा मिलता है।”

उन्होंने आगे कहा, “अगर निफ्टी 24,280 से नीचे फिसलता है, तो यह कमजोरी का संकेत हो सकता है। लेकिन इसकी पुष्टि तब मानी जाएगी जब यह 23,850 के नीचे बंद हो, जिसके बाद 23,670–23,460 तक की गिरावट संभव हो सकती है। फिलहाल इसकी संभावना कम दिखती है, लेकिन सतर्कता बरतनी जरूरी है।”

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