Stocks to Watch: वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही के वित्तीय नतीजों का सिलसिला जारी है। JSW Infra और MOIL जैसी कंपनियों ने अच्छी ग्रोथ दिखाई है। वहीं, कुछ नाम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। Tata Motors ने भी अपनी गाड़ियों की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। आइए जानते हैं टॉप 10 स्टॉक्स, जो शुक्रवार (2 मई) को निवेशकों के रडार पर रहेंगे।
JSW ग्रुप की पोर्ट ऑपरेटर कंपनी ने चौथी तिमाही में 57% की तेज बढ़त के साथ ₹516 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹329 करोड़ था। रेवेन्यू भी 14% बढ़कर ₹1,372 करोड़ रहा। कंपनी को Mangalore, Ennore और Paradip के कोल टर्मिनलों से मजबूत सपोर्ट मिला।
देश की सबसे बड़ी मैंगनीज अयस्क उत्पादक कंपनी MOIL का Q4FY25 नेट प्रॉफिट 27% बढ़कर ₹115.7 करोड़ रहा। पिछले साल इसी अवधि में यह ₹91.1 करोड़ था। रेवेन्यू 4.2% बढ़कर ₹433.4 करोड़ रहा। कंपनी ने यह नतीजे 30 अप्रैल को बाजार बंद होने के बाद जारी किए।
बैंक का Q4FY25 नेट प्रॉफिट 13.7% बढ़कर ₹1,030.2 करोड़ रहा। यह CNBC-TV18 के ₹977.5 करोड़ के अनुमान से बेहतर रहा। । पिछले साल यह ₹906.3 करोड़ था। नेट इंटरेस्ट इनकम 8.3% की ग्रोथ के साथ ₹2,377.4 करोड़ रही। हालांकि स्ट्रीट का अनुमान ₹2,431.9 करोड़ था।
कंपनी का Q4FY25 नेट प्रॉफिट 24% बढ़कर ₹70.8 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल यह ₹57.1 करोड़ था। रेवेन्यू ₹2,134 करोड़ पर स्थिर रहा। EBITDA मामूली 0.9% गिरकर ₹146.6 करोड़ पर रहा और EBITDA मार्जिन 6.9% पर बना रहा।
Sona BLW Precision Forgings Ltd
Sona Comstar के नाम से मशहूर कंपनी का मार्च तिमाही में नेट प्रॉफिट 10.3% बढ़कर ₹164 करोड़ पहुंचा, जो पिछले साल ₹148.7 करोड़ था। हालांकि रेवेन्यू 2.2% घटकर ₹864.8 करोड़ रहा। EBITDA 6.3% गिरकर ₹231.3 करोड़ रहा।
इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने अप्रैल 2025 में ₹1,663 करोड़ के नए ऑर्डर हासिल किए हैं। ये ऑर्डर अलग-अलग राज्य सरकारों और एक निजी कंपनी से मिले हुए हैं, जो कंपनी की बिल्डिंग और ट्रांसपोर्टेशन डिविजन से संबंधित हैं। कंपनी ने साफ किया है कि ये कोई इंटरनल या रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन नहीं हैं।
रियल एस्टेट कंपनी की बोर्ड मीटिंग 6 मई को प्रस्तावित है, जिसमें ₹300 करोड़ तक फंड जुटाने पर विचार किया जाएगा। यह रकम सुरक्षित, रिडीमेबल, अनलिस्टेड और अनरेटेड नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCDs) के रूप में प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए जुटाई जाएगी।
ऑटो कंपोनेंट निर्माता कंपनी का Q4FY25 नेट प्रॉफिट 6.9% गिरकर ₹124.4 करोड़ रहा, जो एक साल पहले ₹133.6 करोड़ था। हालांकि रेवेन्यू 4.4% बढ़कर ₹1,530.6 करोड़ पहुंचा। EBITDA 1.4% घटकर ₹224.7 करोड़ रहा और मार्जिन घटकर 14.7% हो गया (पिछले साल 15.5%)।
मुंबई स्थित रियल एस्टेट डेवलपर का मार्च तिमाही में नेट प्रॉफिट 17.7% गिरकर ₹268.8 करोड़ रह गया, जबकि Q4FY24 में यह ₹326.7 करोड़ था। रेवेन्यू 22.2% गिरकर ₹1,016.3 करोड़ पर रहा। EBITDA 10.7% घटकर ₹559.6 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹626.6 करोड़ था।
ऑटोमोबाइल दिग्गज ने अप्रैल 2025 में कुल बिक्री में 6% की गिरावट दर्ज की। यह घटकर 72,753 यूनिट रह गई, जो पिछले साल समान अवधि में 77,521 यूनिट थी। घरेलू बिक्री भी 7% गिरकर 70,963 यूनिट रही। कमर्शियल और पैसेंजर सेगमेंट दोनों में गिरावट देखी गई।
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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
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