Raj Thackeray Uddhav Thackeray Poster: उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने के मुद्दे पर जारी दिलचस्प राजनीति के बीच नया मोड देखने मिल रहा है. उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर बैनर लगे हुए देखे गए. इस पोस्टर के सियासी मायने काफी अहम माने जा रहे हैं.
दरअसल, उद्धव ठाकरे के घर के बाहर लगे पोस्टर में राज ठाकरे और उद्धव के गले मिलते हुए तस्वीर के साथ उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे के साथ एकजुट होने की अपील की गई. पोस्टर में लिखा गया, “आपका मिलना इसलिए जरूरी है कि इस शहर में मराठी लोगों की पहचान की रक्षा के लिए आपकी जरूरत है.”
पोस्टर में उद्धव-राज ठाकरे की गले मिलते हुए तस्वीर
इस पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्री की एक तस्वीर है जिसमें वे राज ठाकरे को गले लगाते हुए मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं. ये पोस्टर बांद्रा (पूर्व) के खेरवाड़ी सिग्नल जंक्शन पर लगाया गया है, जहां उद्धव का घर भी स्थित है. जहां ठाकरे भाइयों के एक साथ आने की इच्छा व्यक्त की गई है अलावा यह पोस्टर शिवसेना का गढ़ यानि सेना भवन के सामने भी लगाई गई है.
पोस्टर में और क्या कुछ लिखा गया?
इस पोस्टर में लिखा गया, “ठाकरे भाइयों को बधाई, आप सभी जल्द ही एक साथ आएं, यह हमारी दिली और मन की इच्छा है, मुंबई और महाराष्ट्र में मराठी लोग अनाथ हो रहे हैं. ठाकरे भाइयों को मराठा आरक्षण दिलाने के लिए साथ आना चाहिए. मराठी पहचान को बनाए रखने और बीएमसी पर भगवा झंडा फहराने के लिए एकजुट होना चाहिए, ठाकरे भाइयों को एकजुट होना चाहिए.”
पोस्टर में आगे लिखा, “मराठी अस्तित्व के लिए, ठाकरे भाइयों को एकजुट होना चाहिए. अगर हम विभाजित होंगे, यानी बटेंगे तो कटेंगे के नारे को संदेश समझो और ठाकरे भाइयों को एकजुट होना चाहिए. सभी मराठी लोग उम्मीद से देख रहे हैं कि ठाकरे भाई एकजुट हों.”
किसने लगाया पोस्टर
यह पोस्टर शहर भर में पारले पंचम संगठन द्वारा लगाया गया था. पारले पंचम पिछले कई मामले में मुंबई में मराठी समुदाय के बिल्डिंग में घर देने और उसमें भी प्राथमिकता देने की सक्रिय रूप से वकालत करने वाला संगठन है. मनसे और उद्धव शिवसेना के मराठी भाषा या फिर हिंदी भाषी या उत्तर भारतीय लोगों के खिलाफ उनके द्वारा संघर्ष यह सब एक जैसे मुद्दे हैं.
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