Editor’s Take: टैरिफ वॉर को लेकर दो अहम पॉजिटव संकेत सामने आए हैं, जो वैश्विक व्यापार माहौल को स्थिरता दे सकते हैं. पहली अच्छी खबर यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के साथ व्यापार समझौते को लेकर तैयार हैं. व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अमेरिका ट्रेड डील के लिए तैयार है, लेकिन इसकी पहल चीन को करनी होगी. ट्रंप ने स्पष्ट किया कि चीन को अमेरिकी उपभोक्ताओं की जरूरत है और इसीलिए गेंद अब चीन के पाले में है. दूसरी बड़ी खबर भारत-अमेरिका व्यापार समझौते से जुड़ी है, जहां पहले चरण की शर्तें तय हो गई हैं और दोनों देश इस साल के अंत तक डील पूरी करने की दिशा में प्रयासरत हैं. इसके तहत अमेरिकी उप-राष्ट्रपति के इसी महीने भारत दौरे की भी संभावना है, जिससे द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध और मज़बूत होने की उम्मीद है. ऐसे में निवेशकों को आगे क्या करना चाहिए? इसको लेकर मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी है.
टैरिफ वॉर पर क्या है Good News?
दूसरी बार अमेरिका चीन पर पड़ा नरम
अब चीन के जवाब का इंतजार
चीन ने पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिया तो दौड़ेंगे ग्लोबल मार्केट
और अकड़ दिखाई तो ग्लोबल मार्केट की रिकवरी पर लग सकता है ब्रेक
ट्रंप सही कह रहे हैं ‘टैरिफ वॉर पर अब गेंद चीन के पाले में’
हमारी इकोनॉमी के लिए बढ़िया खबरें
1. तेजी से घटती महंगाई
– मार्च की रिटेल महंगाई घटकर 3.34%, अगस्त 2019 के बाद सबसे निचला स्तर
– RBI के पास ब्याज दरें और घटाने का स्कोप बढ़ा
2. इस साल एवरेज से बेहतर मॉनसून की उम्मीद
3. RBI के बाद अब बैंकों ने भी ब्याज दरें घटाना शुरू कर दिया
लौट आए FIIs, फिर से जाएंगे तो नहीं?
- 27 मार्च के बाद पहली बार FIIs ने खरीदारी की
- अब तक मजबूरी की खरीदारी, मजबूती की नहीं
- थोड़े दिन देखेंगे FIIs लगातार खरीदते हैं या नहीं
- वैसे FIIs की खरीदारी के लिए बाजार का माहौल परफेक्ट
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FIIs के लिए कहां से राहत?
1. इकोनॉमी के मोर्चे पर अच्छी खबर
2. घटती ब्याज दरें
3. अच्छा मॉनसून
4. गिरावट के बाद वैल्युएशंस भी ठीक
5. टैरिफ वॉर का डर कम
6. टैरिफ वॉर में भारत को दूसरे देशों के मुकाबले सबसे कम नुकसान
7. कमजोर डॉलर इंडेक्स भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट्स के लिए अच्छा
FIIs को किन बातों का रहेगा डर?
1. टैरिफ वॉर पर ट्रंप का कोई भरोसा नहीं, कुछ भी कह दें, कुछ भी कर दें
2. अमेरिका की पहल के बावजूद चीन का रुख अभी तक साफ नहीं
3. अमेरिका अगर मंदी में गया तो हम पर भी आएगा असर
4. सबसे अहम, कंपनियों के इस तिमाही के नतीजे और गाइडेंस देखना जरूरी
गैप से नीचे खुलने पर तुरंत खरीदें?
- जितना ज्यादा गैप से खुले उतना ज्यादा और जल्दी खरीदें
- लेकिन याद रहे बढ़ने की स्पीड अब होगी धीमी
- सपोर्ट लेवल पर खरीदने से ना डरें
- ऊपर में रुकावट के लेवल पर मुनाफावसूली भी करें
- ओवरनाइट पोजीशन रखना अभी भी रिस्की
- निफ्टी 22800, बैंक निफ्टी 51600 के नीचे बंद होने पर ही मिलेगा कमजोरी का संकेत
- निफ्टी 23550 के ऊपर बंद होने पर मजबूती और बढ़ेगी
- 23800-24000 होगा अगला टार्गेट
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