हरियाणा के फरीदाबाद में एक युवती ने अपने प्रेमी को घर बुलवाकर हाथ-पैर तुड़वा दिए. घायल प्रेमी के शरीर में लगभग तेरे जगह फ्रैक्चर आए हैं. उसका बीते 17 दिनों से फरीदाबाद के ही एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. वह शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है. इस मामले में जानकारी देते हुए घायल प्रेमी गुलशन बजरंगी ने बताया कि वह फरीदाबाद के सारन गांव का रहने वाला है.
उसने बताया कि सारन के जवाहर कॉलोनी इलाके में ही उसकी मोबाइल शॉप की दुकान थी. साल 2019 में NIT फरीदाबाद के दो नंबर इलाके की रहने वाली गुंजन से उसकी दुकान पर ही मुलाकात हुई थी. यह मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में बदल गया. गुलशन ने बताया कि उसकी शादी आरती से साल 2015 में हुई थी. इसके बाद उसके तीन बच्चे हैं.
वहीं गुंजन का अपने पति से 9 साल से विवाद और तलाक का केस चल रहा था. गुंजन ने पहले पति से भी लव मैरिज की थी और उसे एक 10 साल की बच्ची है. गुलशन के मुताबिक दोनों सात सालों तक लगातार एक-दूसरे के साथ रहे, लेकिन गुंजन अब उस पर लगातार शादी का दबाव बना रही थी, जिसके लिए वह लगातार मना कर रहा था, क्योंकि उसकी पत्नी और तीन बच्चे हैं, लेकिन गुंजन नहीं मान रही थी.
इतना ही नहीं गुलशन ने गुंजन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने कोई नशीला पदार्थ खिलाकर 18 मार्च से लेकर 23 मार्च तक अपने साथ रखा. इस दौरान 22 मार्च को गुंजन ने उसे अधिक नशा कराया और वह उसे लेकर उसकी पत्नी और बच्चों तक पहुंची. गुंजन की प्लानिंग और दबाव था कि वह अपने बच्चों और पत्नी को जहर देकर या तो मार दे या फिर अपनी पत्नी को शादी के लिए मना ले, लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया.
गुलशन ने बताया कि पत्नी को शादी के बाद बताई. इसके बाद पत्नी ने गुंजन और उसकी शादी की बात स्वीकार कर ली, वह राजी हो गई, फिर गुंजन लगातार उस पर शादी का दबाव बना रही थी, लेकिन जब उसने ऐसा करने से मना कर दिया, तब गुंजन ने उसे झगड़ा किय. उसने बताया कि 29 मार्च को उसने गुंजन को दिए हुए सारे 21.50 लाख रुपये वापस मांगे. पैसे वापस मांगने पर गुंजन, उसके पिता और मां ने पिटाई कर दी.
पीड़ित ने बताया कि बाद में जैसे-तैसे वहां से निकला, तब उसके भाई अमन का फोन उसके पास आया और कहा कि मामला घर का है, इसे घर में ही निपटा लेना चाहिए, एक बार तुम घर पर आ जाओ. फोन आने के बाद वह वापस अमन से मिलने के लिए दो नंबर इलाके में शिवाला मंदिर के पास अपनी गाड़ी से पहुंचा और गाड़ी को दूर खड़ा कर दिया. उसे अंदेशा नहीं था कि उसे पर हमला होने वाला है, लेकिन जब वह कुछ दूर आगे चले तभी अमन, गुंजन, उसके पिता राकेश और मां किरण कमल और मन्नू हनी सहित चार-पांच अन्य बदमाशों ने लाठी डंडे और चाकू से हमला कर दिया. उसे अधमरा कर मौके से भाग गए.
गुलशन के मुताबिक उसे इतनी चोटें थीं कि वह फोन करने की स्थिति में भी नहीं था. आस-पास के लोगों ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसे पहले बादशाह खान सिविल अस्पताल में इलाज के लिए लेकर गई, जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन उसके परिजन उसे फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में लेकर गए और उसका इलाज चल रहा है.
फिलहाल गुलशन का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने भी दोषियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की. गुलशन ने गंभीर आरोप लगाए कि उसकी शिकायत खुद पुलिस ने अपने हाथों से लिखी और उसके अंगूठे लगवा लिए.
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