Stock Markets: भारतीय शेयर बाजारों में कल यानी शुक्रवार 11 अप्रैल को बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है। गिफ्ट निफ्टी से करीब 3% तक की रैली का संकेत दे रहा है। ग्लोबल मार्केट्स से कुछ भी ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को छोड़कर बाकी सभी देशों पर टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोक दिया है। इस घोषणा ग्लोबल मार्केट्स में आज 10 अप्रैल को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। हालांकि भारतीय शेयर बाजार आज 10 अप्रैल को महावीर जयंती के मौके पर बंद हैं। ट्रंप के ऐलानों के बाद GIFT Nifty में भी आज 700 अंकों से अधिक की बढ़त दर्ज की गई। ऐसे में यह शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार खुलने पर, उसमें भी जबरदस्त शुरुआत की संभावना जताई जा रही है।
ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी में राहत का असर
टैरिफ को लेकर कई दिनों तक चली उथलपुथल से शेयर बाजारों में खरबों डॉलर का नुकसान हुआ और अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड और डॉलर में भी गिरावट आई। इसके बाद ट्रंप ने बुधवार को अचानक टैरिफ में 90 दिनों की राहत देकर सभी को चौंका दिया। हालांकि, यह राहत चीन को छोड़कर बाकी देशों के लिए है। चीन से आयात पर टैरिफ को 104% से बढ़ाकर 125% कर दिया गया है।
व्हाइट हाउस ने साफ किया कि यह राहत सिर्फ अस्थायी है, और लगभग सभी देशों पर 10% का बेसलाइन टैरिफ अभी भी लागू रहेगा। ऑटो, स्टील और एल्युमिनियम जैसे प्रमुख सेक्टर्स पर पहले से लगे टैरिफ भी जारी रहेंगे।
इससे पहले बुधवार को RBI की ओर से रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी में कमजोरी देखी गई थी। लेकिन अब ग्लोबल मार्केट्स संकेतों से मिले मजबूत संकेतों के मुताबिक शेयर बाजार में कल 11 अप्रैल को गैप-अप ओपनिंग की उम्मीद जताई जा रही है। गिफ्ट निफ्टी से 3% की रैली का संकेत मिल रहा है, जो सेंसेक्स के 2000 अंक और निफ्टी के 600 अंक से भी अधिक बढ़ने का संकेत हैं। बशर्ते के मार्केट के सेंटीमेंट में कल तक कोई बड़ा बदलाव न हो।
शुक्रवार 11 अप्रैल को की तेजी को इन 4 वजहों से सपोर्ट मिल सकता है-
1. टैरिफ में राहत
ट्रंप के टैरिफ पर 90 दिनों की रोक से घरेलू शेयर बाजारों में राहत की उम्मीद है। इससे भारत को अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) को अंतिम रूप देने में थोड़ा समय मिल गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बुधवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच मल्टी-सेक्टोरल व्यापार समझौते पर बातचीत जारी है, जो दोनों देशों के लिए लाभकारी होगी।
इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (IESA) के अध्यक्ष अशोक चांडक ने कहा, “90 दिनों की यह राहत भारतीय उद्योगों को सप्लाई चेन को स्थिर करने और लंबी अवधि कि रणनीति पर काम करने का अवसर देती है।”
2. अमेरिका में मंदी की आशंका कम हुई
गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि टैरिफ में राहत के बाद वह अमेरिका में मंदी की संभावना को 45% तक घटा रहे हैं और अब अमेरिका की जीडीपी में 0.5% की ग्रोथ का अनुमान लगा रहे हैं। इससे पहले गोल्डमैन सैक्स ने मंदी की संभावना को 60% तक बढ़ा दिया था।
3. ग्लोबल शेयर बाजारों में धुआंधार तेजी
अमेरिकी घोषणा के बाद दुनिया भर के शेयर बाजारों में बड़ी तेजी देखने को मिली। अमेरिका में S&P 500 इंडेक्स 9.52% उछल गया, जो 2008 के बाद इसमें आई सबसे बड़ी तेजी है। स्डैक ने 12.16 प्रतिशत की छलांग लगाई, जो इसके इतिहास की अबतक की दूसरी सबसे बड़ी तेजी है। डॉव जोन्स भी 7.87 प्रतिशत बढ़कर 40,600 से ऊपर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली। जापान के निक्केई 225 में 8 प्रतिशत की तेजी आई, हांगकांग के हैंग सेंग में 3 प्रतिशत की तेजी आई, दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 6 प्रतिशत की तेजी आई और शंघाई कंपोजिट में 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई।
यूरोपीय फ्यूचर्स में भी तेजी रही। यूरोस्टॉक्स 50 फ्यूचर्स और DAX फ्यूचर्स में लगभग 8% की तेजी। जबकि FTSE फ्यूचर्स ने 5.4% की छलांग लगाई।
4. GIFT Nifty से मिले मजबूत संकेत
गुरुवार को जब घरेलू बाजार बंद थे, तब GIFT Nifty ने 22,502 के पिछले बंद के मुकाबले 700 अंकों की बढ़त दिखाई। इससे शुक्रवार को तेज शुरुआत और मार्केट सेंटीमेंट में मजबूती की संभावना है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा, “ग्लोबल घटनाओं के अलावा, निवेशक शुरुआती कारोबार में आईटी सेक्टर की दिग्गज TCS के तिमाही नतीजों पर भी करीबी नजर रखेंगे। इंडिया VIX इंडेक्स पर भी नजरें रहेगी, जो बाजार में मौजूद अस्थिरता का संकेत देता है।” बता दें कि TCS गुरुवार 10 अप्रैल को वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी करेगी।
यह भी पढ़ें- Tariffs Break Impact: टैरिफ पर 90 दिन का विराम, क्या छंट गए असमंजस के बादल, जानें ब्रोकरेज की राय
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।
Read More at hindi.moneycontrol.com