LIVE देखें रामलला का सूर्य तिलक, ललाट पर 4 मिनट के लिए पड़ीं सूर्य की करणें

रामनवमी के माके पर आज राम मंदिर अयोध्या में विराजमान रामलला का सूर्य तिलक हुआ, जिसे अयोध्या में करीब 5 लाख श्रद्धालुओं ने, पूरे देश और दुनिया ने लाइव देखा। करीब 12 बजे राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान रामलला के ललाट पर सूर्य की किरणें पड़ीं और 4 मिनट तक यह अद्भुत नजारा देखने को मिला। लगातार दूसरी बार रामलला का सूर्य तिलक हुआ।

अगले 20 साल तक हर रोज ऐसा होता रहेगा और हर रामनवमी पर देश-दुनिया को इसके दर्शन कराए जाएंगे। IIT रुड़की, IIT चेन्नई के वैज्ञानिक शनिवार को सूर्य तिलक का ट्रॉयल किया था और आज सूर्य तिलक के शुभ मौके को आंखों से देखने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक और श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। आइए देखें राम मंदिर अयोध्या से रामनवमी महोत्सव और रामलला के सूर्य तिलक का लाइव वीडियो…

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अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतजाम

श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि आज श्रद्धालु रामलला के दर्शन रात 11 बजे तक कर सकेंगे। श्रृंगार के वक्त भी रामलला के दर्शन लोगों को कराए गए। लोगों ने आंखों से रामलला को श्रृंगार करते हुए देखा। तपती धूप, गर्मी और श्रद्धालुओं के पैदल आगमन को देखते हुए राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ और राम जन्मभूमि पथ पर रेड कारपेट बिछवाया गया है। ड्रोन से श्रद्धालुओं पर सरयू नदी का जल छिड़का जा रहा है। चारों पथों पर श्रद्धालुओं के रुकने के लिए शेड लगवाए गए हैं।

10 विद्वान पंडित एक लाख श्रीराम मंत्रों का जाप की रहे हें। सूर्य तिलक देखने के लिए शहरभर में LED स्क्रीन लगवाई गईं, जिन पर राम मंदिर से लाइव प्रसारण हुआ। टीवी चैनलों और ट्रस्ट के X हैंडल पर भी सूर्य तिलक का लाइव हुआ। आज रात को दीपोत्सव भी मनाया जाएगा, सरयू नदी के सभी घाटों पर 2 लाख दीप जलाए जाएंगे। AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके 1000 से ज्यादा CCTV कैमरों और ड्रोन से पूरी अयोध्या पर नजर रखी जा रही है। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है।

 

कैसे हुआ रामलला का सूर्य तिलक?

ठीक 12 बजे सूर्य की किरणें राम मंदिर की तीसरी मंजिल पर लगे सिस्टम के रिफ्लेक्टर पर पड़ीं। यहां से पहले दर्पण पर पड़ीं और वहां से 3 लेंस से होते हुए गर्भगृह में रामलला के ठीक सामने लगे दर्पण पर पड़ीं और वहां से रामलला की ललाट पर पड़ीं। बता दें कि यह दर्पण 60 डिग्री के कोण पर लगा है, ताकि सूर्य किरणें सीधी रामलला की ललाट पर पड़ें। रिफ्लेक्टर एक बॉक्स में लगा है, जिसमें एक लेंस है, जो बिना बिजली के काम करता है।

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Apr 06, 2025 12:46

Edited By

Khushbu Goyal

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