Mutual Fund SIP: म्यूचुअल फंड्स में निवेश का मकसद सिर्फ महंगाई को मात देना नहीं, बल्कि लंबी अवधि में संपत्ति बनाना भी होता है। लॉन्ग-टर्म निवेश और कंपाउंडिंग की ताकत से निवेशकों को बड़ी संपत्ति बनाने का मौका मिलता है। आप इसे एक मैराथन दौड़ भी समझ सकते हैं, जिसमें अंत तक वहीं निवेशक टिक पाते हैं, जो मानसिक रूप से मजबूत और धैर्यवान होते हैं। ये लॉन्ग-टर्म निवेश आपकी की कुछ हजार की SIP को लंबी अवधि में करोड़ों में बदलने की क्षमता रखते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड, जिसने पिछले 32 सालों में अपने निवेशकों को 37 गुना रिटर्न देकर यह साबित करके दिखाया है।
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड (SBI Long Term Equity Fund) को पहले SBI मैग्नम टैक्सगैन स्कीम के नाम से जाना जाता था। यह देश का सबसे पुराना इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) फंड है। इसकी शुरुआत 31 मार्च 1993 में हुई थी और यह 32 साल पूरे कर चुका है। शुरुआत में यह IDCW ऑप्शन (पहले इसे डिविडेंड ऑप्शन कहा जाता था) के तहत उपलब्ध था, लेकिन 7 मई 2007 को इसमें ग्रोथ ऑप्शन भी जोड़ा गया।
इस फंड ने न केवल निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया, बल्कि इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी प्रदान किया। इसमें 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, जो निवेशकों को लंबी अवधि तक निवेश बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है।
कैसा रहा प्रदर्शन
अगर किसी निवेशक ने 1993 में इस फंड में हर महीने 10,000 रुपये की सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) शुरू की होती, तो उसका कुल निवेश 38.40 लाख रुपये होता। लेकिन 32 साल बाद, चक्रवृद्धि की ताकत के चलते यह राशि आज बढ़कर 14.44 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इस दौरान फंड ने 17.94% का औसत वार्षिक रिटर्न (XIRR) दिया, जो इसे इक्विटी निवेश की सफलता का एक जीता-जागता उदाहरण बनाता है। यानी निवेश की गई राशि में 37 गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई।
अलग-अलग समय सीमा में इस स्कीम ने कैसा रिटर्न दिया है, इसे आप नीचे देख सकते हैं
– पिछले 15 साल में: 16.03%
– पिछले 10 साल में: 17.59%
– पिछले 5 साल में: 24.31%
– पिछले 3 साल में: 23.42%
इसके मुकाबले, इसके बेंचमार्क इंडेक्स BSE 500 TRI ने पिछले 15 सालों में 14.30%, 10 सालों में 15.14%, 5 सालों में 17.17% और 3 सालों में 13.89% का रिटर्न दिया है।
निवेशकों के लिए संदेश
SBI म्यूचुअल फंड के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और जॉइंट सीईओ, डीपी सिंह का कहना है कि पुरानी टैक्स व्यवस्था के तहत निवेश करने वाले निवेशकों को अपने निवेश को व्यापक नजरिए से देखना चाहिए। इसमें टैक्स बेनिफिट्स के साथ-साथ महंगाई और टैक्स-एडजस्टेड रिटर्न के जरिए वेल्थ क्रिएशन का मौका है, जिसे ध्यान में रखना चाहिए। SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड का पिछले 32 सालों का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है और यह लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन के लिए एक शानदार विकल्प साबित हुआ है।
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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
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