Waqf Amendment Bill: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार (2 अप्रैल, 2025) को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया. वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. वक्फ बिल को लेकर मुस्लिम संगठन भी नाराजगी जता रहे हैं. इसी पर जमीयत उलेमा ए हिंद मुंबई के अध्यक्ष मौलाना सिराज खान का बड़ा बयान सामने आया है.
मौलाना सिराज खान ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत करते हुए कहा, ‘वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर सरकार ने जेपीसी कमेटी बनाई, लेकिन उसका कोई मतलब नहीं रह गया क्योंकि सरकार ने किसी की एक नहीं सुनी. देश की तरक्की के लिए बहुत सारे काम बाकी हैं लेकिन मेरा सवाल ये है कि मुसलमानों को जो चुभता हुआ मसला है उसी को लेकर सरकार क्यों प्वाइंट आउट कर रही है. जैसे कि मोदी सरकार ट्रिपल तलाक का बिल लेकर आई, उसकी हिंदुस्तान में कोई जरूरत नहीं थी. अब सरकार मुसलमानों की प्रॉपर्टी के पीछे पड़ गई है’.
‘जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने, देश खतरे में आ गया’
सिराज खान ने कहा, ‘पीएम मोदी आखिर मुसलमानों के ही पीछे क्यों पड़े हैं, क्या वो मुसलमानों के प्रधानमंत्री नहीं हैं, सरकार हमसे कुछ भी बात नहीं करना चाहती, सरकार क्या चाहती है ये मेरी समझ से बाहर है’. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि क्या मुझे अयोध्या के रामजन्मभूमि ट्रस्ट का ट्रस्टी बनाएंगे. हिंदुस्तान में आजादी से लेकर 2014 तक सब बराबर चल रहा था, सब सही चल रहा था. जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तबसे देश खतरे में आ गया है’.
मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए मौलाना सिराज खान ने कहा, ‘सरकार एक बात ध्यान से सुन ले, हम जेल जाने से डरते नहीं हैं. हमारे किसी भी मामले में अगर सरकार दखलअंदाजी करेगी तो हम जेलों को आबाद करेंगे. हम अपनी आजादी के लिए सब कुछ करने को तैयार हैं’.
‘मुसलमान धर्म के अंदर किसी भी तरह की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं कर सकता’
सिराज खान ने कहा, ‘मुसलमान सब बर्दाश्त कर सकता है लेकिन धर्म के अंदर किसी भी तरह की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं कर सकता. हमारे नबी ने जो तरीका बताया है जीने का, हम उसी के हिसाब से जीने की कोशिश करते हैं. दिल्ली के शाहीन बाग की तरह देश भर में धरना प्रदर्शन किया जाएगा. महाराष्ट्र में भी शाहीन बाग की तरह आंदोलन किया जाएगा’.
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