Surya Grahan 2025 Opinion of astrologer about solar eclipse God also faces trouble ann

Surya Grahan 2025: आज विश्व के अलग-अलग भाग में साल का पहला सूर्य ग्रहण देखा गया है. एबीपी न्यूज ने काशी के ज्योतिष विद्या के जानकार पं. संजय उपाध्याय से 29 मार्च को लगे सूर्य ग्रहण को लेकर बातचीत की है. उनका साफ कहना है कि भारत के किसी भी भाग से यह सूर्य ग्रहण नजर नहीं आया. जबकि यूरोपीय देश, उत्तरी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक क्षेत्र में इसका प्रभाव देखा गया. फिलहाल सूर्य ग्रहण के दौरान लोगों को समभाव परिस्थितियों के साथ रहने की सलाह दी जाती है.

” लगभग 4 घंटे रही ग्रहण की छाया ” 

काशी के ज्योतिष विद्या के जानकारी पं. संजय उपाध्याय ने बताया कि – आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा, लेकिन यह भारत के किसी भी भाग से दिखाई नहीं दिया. प्रमुख तौर पर यह यूरोप, उत्तरी एशिया, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक क्षेत्र, उत्तरी अमेरिका जैसे विश्व के भाग से देखा गया.

सूर्य ग्रहण आज दोपहर 02:21 पर लग रहा है जबकि मोक्ष शाम 6:14 पर था. सामान्य तौर पर इस दौरान विश्व के जिन भी क्षेत्र में सूर्य ग्रहण लगता है वहां बेहद समभव के साथ अपनी दैनिक दिनचर्या को पूरा करना उचित माना जाता है.  हालांकि साल के इस पहले सूर्य ग्रहण को लेकर विद्वानों की तरफ से मंथन जारी किया गया और अपने-अपने तथ्य दिए गए.

” कुछ अवधि के लिए भगवान पर भी आता है संकट!”

 सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा की स्थिति देखी जाती है तब माना जाता है कि सूर्य ग्रहण लगता है. वैसे हिंदू धर्म ग्रंथों में सूर्य की भगवान-आराध्या के समान पूजा की जाती है और माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान संकट में होते हैं. इसलिए इन समयों में व्यक्ति को कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए. विशेष तौर पर इस अवधि के दौरान एक सामान्य और संमभाव जैसी ही दिनचर्या रखनी चाहिए. सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के दौरान मंदिर देवालय के कपाट भी निर्धारित अवधि के लिए बंद कर दिए जाते हैं.

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