Market Outlook : मंथली एक्सपायरी पर निफ्टी 23,600 के आसपास बंद हुआ। जबकि सेंसेक्स 340 अंक चढ़कर बंद हुआ। भारतीय इक्विटी इंडेक्स निफ्टी आज 27 मार्च को 23,600 पर पहुंचने के साथ मजबूत नोट पर बंद हुआ। बाजार बंद होने के समय सेंसेक्स 317.93 अंक या 0.41 प्रतिशत बढ़कर 77,606.43 पर बंद हुआ। निफ्टी 105.10 अंक या 0.45 प्रतिशत बढ़कर 23,591.95 पर था। लगभग 1628 शेयरों में तेजी आई, 2247 शेयरों में गिरावट आई।ऑटो और फार्मा को छोड़कर, अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.5 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 1 प्रतिशत बढ़ा। स्टॉक्स पर नजर डालें तो हीरो मोटोकॉर्प, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी लाइफ, अदाणी एंटरप्राइजेज निफ्टी पर प्रमुख गेनर्स स्टॉक्स में शामिल रहे। जबकि टाटा मोटर्स, सन फार्मा, आयशर मोटर्स, कोटक महिंद्रा बैंक, भारती एयरटेल में गिरावट नजर आई।
शुक्रवार 28 मार्च को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
Progressive Shares के आदित्य गग्गर का नजरिया
आदित्य गग्गर ने कहा कि मंथली एक्सपायरी ट्रेड की धीमी शुरुआत के बाद, बाजार ने निचले स्तरों से मजबूत रिकवरी देखने को मिली। हालांकि बाद में इंडेक्स एक सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव करता रहा। अंततः निफ्टी 105.10 अंकों की बढ़त के साथ 23,591.95 पर बंद हुआ। ऑटो और फार्मा को छोड़कर सभी सेक्टर्स ने बढ़त के साथ बंद हुए। जहां पीएसयू बैंक और मीडिया टॉप परफॉर्मर रहे। ब्रॉडर मार्केट में मिडकैप मामूली रूप से पिछड़ गए जबकि स्मॉलकैप ने 1% से अधिक की बढ़त हासिल की। इस प्रदर्शन फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर रहा।
ऐसा लगता है कि इंडेक्स ने अपना करेक्टिव फेज पूरा कर लिया है। इंडेक्स ने बुलिश गैप को भर दिया है और एक पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बना रहा है। इसमें तत्काल रेजिस्टेंस 23,800 पर दिख रहा है। इस स्तर से ऊपर एक ब्रेकआउट इंडेक्स को 24,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर की ओर ले जा सकता है। जबकि नीचे गिरने पर इसे 23,400 पर सपोर्ट मिल सकता है।
Geojit Investments के विनोद नायर का नजरिया
विनोद नायर ने कहा कि विदेशी फंड्स के निरंतर प्रवाह और ब्लू-चिप शेयरों की खरीद के कारण घरेलू इंडेक्सेस ने पूरे दिन आशावाद बनाए रखा। हालांकि, ट्रंप द्वारा ऑटो आयात पर लगाए गए 25% टैरिफ ने ऑटो शेयरों को प्रभावित किया है। लेकिन फार्मा सेक्टर के भीतर चिंताएँ बढ़ गई हैं। इन चुनौतियों के बावजूद, ब्रॉडर मार्केट ने लचीलापन दिखाया। इसे मार्केट मुद्रास्फीति में कमी और ब्याज दरों में गिरावट के कारण वित्त वर्ष 26 में डबल डिजिट की आय वृद्धि की उम्मीदों से सपोर्ट मिला।
नायर ने आगे कहा कि अब अमेरिका-भारत व्यापार बैठक पर फोकस बना हुआ है। बैठक बुधवार को शुरू हुई, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर अधिक स्पष्टता प्रदान करना है।
Religare Broking के अजीत मिश्रा की राय
अजीत मिश्रा ने कहा कि मंथली एक्सपायरी के दिन बाजार में तेजी आई। मिले-जुले संकेतों के बावजूद बाजार में करीब आधा प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। सपाट शुरुआत के बाद, निफ्टी पहले घंटे में धीरे-धीरे ऊपर चढ़ा, इसके बाद एक सीमित सत्र के बाद 0.45% की बढ़त के साथ 23,591.95 के स्तर पर बंद हुआ। सेक्टोरल ट्रेंड मिले-जुले रहे। ऊर्जा और रियल्टी सेक्टर ने सबसे अच्छा परफॉर्म किया। जबकि ऑटो और फार्मा सेक्टर लाल निशान पर बंद हुए।
उन्होंने आगे कहा कि FII के रुख में बदलाव, बैंकिंग और फाइनेंस शेयरों में मजबूती और अन्य दिग्गजों से रोटेशनल सपोर्ट के साथ, मार्केट ने पॉजिटिव सेंटिमेंट्स को बनाए रखा है। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ से संबंधित समाचार कभी-कभी वोलैटिलिटी को ट्रिगर करना जारी रख सकते हैं। मिश्रा ने कहा कि ट्रेडर्स को इस कंसोलिडेशन चरण के दौरान शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव से परे देखना चाहिए और चुनिंदा स्टॉक्स पर फोकस करना चाहिए।
(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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