russian ukraine war britain mp demands no peace talks with russia without return of ukrainian children

Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे लंबे समय तक चलने वाला युद्ध है. इस युद्ध में हजारों की संख्या में लोगों की जान गई. अरबों डॉलर की संपत्ति पूरी तरह से तबाह हो गई. लेकिन अब इस युद्ध के दौरान रूस के खिलाफ एक ऐसा आरोप लगाया है, जिसे सुनने वाला हर इंसान हैरान हो गया है.

दरअसल, ब्रिटेन में लेबर पार्टी की एक सांसद ने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की सरकार से सवाल किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति के लिए होने वाली चर्चा में क्या उन 19,556 बच्चों की सुरक्षित वापसी का भी जिक्र किया गया है, जिन्हें रूसी सैनिकों ने युद्ध के दौरान अगवा कर लिया था. हजारों यूक्रेनी बच्चों के अपहरण का मामला अब काफी जोर पकड़ता जा रहा है.

ब्रिटिश सांसदों का कहना है कि जब तक इन बच्चों को सुरक्षित तरीके से वापस नहीं किया जाएगा, तब तक शांति को लेकर कोई बात नहीं हो सकती.

बिट्रिश सांसद ने की मांग, पीएम ने दिया जवाब

BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में बहस के दौरान लेबर पार्टी की सांसद जोहाना बैक्सटर ने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से सवाल किया कि क्या वह उनके साथ इस बात पर सहमति रखते हैं कि यूक्रेन में स्थायी शांति स्थापित करने लिए रूस को पहले उन 19,556 बच्चों को सुरक्षित रूप से वापस करना होगा, जिन्हें रूसी सैनिक चुराकर ले गए.

इस सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा, “आपका गुस्सा पूरी तरह से जायज है. इन बच्चों को अगवा कर ले जाया गया है. हम उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेंगे. उसके बिना शांति स्थापित करने की कोई चर्चा आगे नहीं बढ़ सकती.” प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे को उठाने के लिए बैक्सटर को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें ऐसे सवाल बार-बार करने चाहिए.

19,546 बच्चे लापता, 599 की हो चुकी है मौत

यूक्रेन की सरकार का अनुमान है कि 2022 में जब से युद्ध की शुरुआत हुई, तब से कम से कम 19,500 बच्चों को यूक्रेन से रूस ले जाया गया है. जिनमें से सिर्फ 388 बच्चे ही अपने घर लौटे हैं. इन सभी बच्चों की उम्र 3 से 10 साल बताई जा रही है. हालांकि, रूस ने अभी तक इस आरोप को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

Childrenofwar.gov.ua की रिपोर्ट के मुताबिक, इस युद्ध के दौरान करीब 19,546 बच्चे लापता हुए. इनमें से 599 की मौत हो चुकी है और 1774 घायल अवस्था में थे.

यह भी पढ़ेंः म्यांमार के जरिए चीन भारत के खिलाफ रच रहा साजिश, मणिपुर को निशाना बनाने के लिए अपनाया ‘स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स’ प्लान

Read More at www.abplive.com