Holi 2025 in Barsana Radha rani mandir date history braj rangotsav significance

मथुरा के बरसाने में राधा रानी मन्दिर प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. बरसाने के बीचों-बीच एक पहाड़ी है, स्थित इस मंदिर को बरसाने की लाड़ली जी का मंदिर’ और ‘राधारानी महल’ भी कहा जाता है.

मथुरा के बरसाने में राधा रानी मन्दिर प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. बरसाने के बीचों-बीच एक पहाड़ी है, स्थित इस मंदिर को बरसाने की लाड़ली जी का मंदिर’ और ‘राधारानी महल’ भी कहा जाता है.

मथुरा के बरसाने में राधा रानी मंदिर में 28 फरवरी को रंगोत्सव की शुरुआत होगी. 7 मार्च को यहां लड्‌डूमार होली होगी.

मथुरा के बरसाने में राधा रानी मंदिर में 28 फरवरी को रंगोत्सव की शुरुआत होगी. 7 मार्च को यहां लड्‌डूमार होली होगी.

तीर्थनगरी  नगरी बरसाना में लट्‌ठमार होली 8 मार्च 2025 को खेली जाएगी. यहां हर हुरियारा कृष्ण और उनके सखा ग्वालबालों का रूप तो हर हुरियारिन राधारानी और उनकी सखियों का रूप होते हैं.

तीर्थनगरी नगरी बरसाना में लट्‌ठमार होली 8 मार्च 2025 को खेली जाएगी. यहां हर हुरियारा कृष्ण और उनके सखा ग्वालबालों का रूप तो हर हुरियारिन राधारानी और उनकी सखियों का रूप होते हैं.

करीब 250 मीटर ऊंची पहाड़ी पर बने राधा रानी मंदिर को लेकर माना जाता है कि मूल रूप से लगभग 5000 साल पहले राजा वज्रनाभ (कृष्ण के परपोते) ने स्थापित किया था. बाद में ये खंडहर हो गया था

करीब 250 मीटर ऊंची पहाड़ी पर बने राधा रानी मंदिर को लेकर माना जाता है कि मूल रूप से लगभग 5000 साल पहले राजा वज्रनाभ (कृष्ण के परपोते) ने स्थापित किया था. बाद में ये खंडहर हो गया था

इसके बाद राधा-कृष्ण को समर्पित इस भव्य और सुंदर मंदिर का निर्माण राजा वीरसिंह ने 1675 ई. में करवाया था. मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है.

इसके बाद राधा-कृष्ण को समर्पित इस भव्य और सुंदर मंदिर का निर्माण राजा वीरसिंह ने 1675 ई. में करवाया था. मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है.

मंदिर में लगे लाल और पीले पत्थरों को राधा और कृष्ण के प्रेम का प्रतीक माना जाता है.

मंदिर में लगे लाल और पीले पत्थरों को राधा और कृष्ण के प्रेम का प्रतीक माना जाता है.

Published at : 19 Feb 2025 06:52 PM (IST)

ऐस्ट्रो फोटो गैलरी

ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज

Read More at www.abplive.com