Asian Paints Q3 Results: दिसंबर तिमाही में 1128 करोड़ रुपये का मुनाफा, मार्जिन और वॉल्यूम उम्मीद से बेहतर – asian paints q3 results net profit of 1128 crore margin and volumes beat expectations

Asian Paints Q3 Results: पेंट सेक्टर की मार्केट लीडर एशियन पेंट्स ने FY25 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का EBITDA और मार्जिन एनालिस्ट्स की उम्मीद से बेहतर है। इसके अलावा, कंपनी के डेकोरेटिव बिजनेस ने तिमाही के दौरान 1.6 फीसदी की वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज की, जबकि बाजार फ्लैट वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद कर रहा था। इस बीच कंपनी के शेयरों में आज 2.16 फीसदी की तेजी आई है और यह स्टॉक BSE पर 2343.10 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 2.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

कैसे रहे Asian Paints के तिमाही नतीजे

एशियन पेंट्स का नेट प्रॉफिट दिसंबर तिमाही में 23 फीसदी घटकर 1128 करोड़ रुपये पर आ गया। इसने एक साल पहले की समान अवधि में 1475 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। वहीं, कंपनी का रेवेन्यू Q3FY25 में 6 फीसदी घटकर 8549 करोड़ रुपये रह गया, जबकि Q3FY24 में यह 9103 करोड़ रुपये था। मनीकंट्रोल ने अनुमान लगाया था कि कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछले साल की तुलना में 22 फीसदी कम होकर 1131 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 3.4 फीसदी घटकर 8797 करोड़ रुपये रह जाएगा।

तिमाही के लिए EBITDA पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी घटकर ₹1637 करोड़ रह गया, जो ₹1645 करोड़ की उम्मीदों के मुताबिक रहा। वहीं, मार्जिन 310 बेसिस प्वाइंट की गिरावट के साथ 19.5 फीसदी पर आ गया, जबकि अनुमान में यह आंकड़ा 18.6 फीसदी था। वीक प्रोडक्ट मिक्स, बिक्री की अधिक लागत और नेगेटिव ऑपरेटिंग लीवरेज ने तिमाही के दौरान मार्जिन को नुकसान पहुंचाया है। कंपनी ने पिछले साल 22.6% का मार्जिन आंकड़ा दर्ज किया था।

Asian Paints के CEO ने नतीजों पर क्या कहा? 

एशियन पेंट्स के MD और CEO अमित सिंगले ने कहा, “निकट भविष्य में, हम डिमांड में सुधार को लेकर आशावादी बने हुए हैं, जबकि हम अपने ब्रांड में निवेश करना जारी रखेंगे और इनोवेशन और कस्टमर पर फोकस करेंगे।”

कंपनी के इंडस्ट्रियल बिजनेस ने 3.8% की रेवेन्यू ग्रोथ के साथ बेहतर प्रदर्शन किया, जिसे जनरल इंडस्ट्रियल और रिफिनिश सेगमेंट में ग्रोथ से सपोर्ट मिला। मिडिल ईस्ट में ग्रोथ और प्रमुख एशियाई बाजारों में मैक्रो-इकोनॉमिक कंडीशन में सुधार के कारण इंटरनेशनल पोर्टफोलियो में 5 फीसदी और कॉस्टेंट करेंसी टर्म में 17.1 फीसदी की वृद्धि हुई।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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