
सर्दियों के दौरान महीने में एक बार या केवल तभी कुत्तों को नहलाने की सलाह दी. जब बहुत ज़रूरी हो तब.ठंड के मौसम में उनकी त्वचा रूखी हो जाती है. जिससे बार-बार नहाना अवांछनीय हो जाता है. नियमित रूप से ब्रश करना उन्हें साफ रखने और उनके कोट के स्वास्थ्य को बनाए रखने का एक बेहतर तरीका है.

जानवरों को ज़्यादा नहाने से उनकी त्वचा से प्राकृतिक तेल निकल जाता है, जिससे सूखापन, खुजली और परतदारपन होता है, जिससे पालतू जानवरों को असुविधा होती है.

पालतू जानवरों को हर पखवाड़े नहलाने या उनकी त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उन्हें साप्ताहिक रूप से सूखा स्नान कराने की सलाह दी. मनुष्यों के विपरीत, पालतू जानवरों की त्वचा पतली होती है. जिससे उनकी सुरक्षात्मक परत खोने की संभावना अधिक होती है

कार्निवेल के बिजनेस हेड जे एस रामकृष्ण के अनुसार अत्यधिक स्नान करने से पालतू जानवरों की ठंड के मौसम के खिलाफ प्राकृतिक रक्षा कमजोर हो सकती है.

यदि पालतू जानवर की त्वचा बहुत शुष्क हो जाती है या फर अपने इन्सुलेटिंग गुणों को खो देता है. तो यह सर्दी या त्वचा के संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकता है.

सर्दियों में देहरादून और मुंबई जैसे क्षेत्र विशेष रूप से नमी के लिए प्रवण होते हैं और अत्यधिक स्नान करने से पालतू जानवर ठंडी हवाओं और मौसम की स्थिति के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं.
Published at : 14 Dec 2024 06:32 PM (IST)
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