NTPC Green IPO : 19 नवंबर से एनटीपीसी ग्रीन का IPO खुल गया है। इस आईपीओ का इश्यू साइज 10000 करोड़ रुपए का है। इस आईपीओ को एंकर निवेशकों की तरफ से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। एंकर बुक के जरिए कंपनी ने 3960 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। आईपीओ को खुदरा निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है। आईपीओ का रिटेल हिस्सा पहले दिन ही पूरा भर गया। ओवरऑल अब तक यह इश्यू 33 फीसदी भरा है। आईपीओ का प्राइस बैंक 102-108 रुपए तय की गई है। यह पूरी तरह से एक फ्रेश इश्यू है। कंपनी ने कहा है कि उसके ऊपर 7500 करोड़ रुपए का कर्ज है जिसको वह अगले 3 साल में राइट ऑफ करना चाहती है।
इस आईपीओ पर अपना राय देते हुए जियोजीत फाइनेंशियल्स के गौरांग शाह ने कहा कि अगर कोई पूरी तरह से लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहता है तो उसको इस आईपीओ में खरीदारी की सलाह होगी। ब्रोकरेज के आईपीओ नोट में इस आईपीओ को लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सब्सक्राइब रेटिंग दी गई है।
गौरांग शाह ने कहा कि कंपनी आईपीओ से आए पैसे का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए नहीं करेगी। ये अपने में एक अच्छी बात है। कंपनी दूसरे स्रोतों से धीरे-धीरे अगले तीन साल में अपना बकाया लोन चुकाएगी। ऐसे में आईपीओ से मिले पैसे का इस्तेमाल कंपनी के विस्तार में होगा।
कंपनी महाराष्ट्र, राजस्थान और बाकी दूसरे राज्यों में जिस प्रकार सोलर प्लांट लगाने की बात कर रही है वह एक बहुत अच्छी बात है। आज से लेकर 3-5 सालों में कंपनी अपनी क्षमता में कई गीगा वॉट की बढ़ोतरी करेंगे। अगर सरकारी नीतियों और उपलब्ध मौकों के समीकरण को साथ में रखें तो आईपीओ का भाव लंबी अवधि के नजरिए से अच्छा दिख रहा है।
गौरांग शाह का कहना है कि यहां लंबी अवधि का मतलब है कम से कम डेढ़ से दो साल। क्योंकि पूरे क्लीन और ग्रीन और खास कर सोलार और विंड की जो योजना है उसको निर्णायक तरीके से जमीनी स्तर पर लागू करना और फिर उसका सकारात्म रुझान कंपनी के आंकड़ों में दिखाने में इतना लंबा समय जरूर लगेगा।
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हेम सिक्योरिटीज की आस्था जैन का कहना है कि यह आईपीओ महंगा लग रहा है। इस लिए इस आईपीओ को हेम सिक्योरिटीज ने न्यूट्रल रेटिंग दी है। अगर लॉन्ग टर्म के लिए किसी को दांव लगाना हो तो इस स्टॉक में पैसे लगाए जा सकते हैं। कंपनी की पैरेंटेज बहुत अच्छी है। दूसरी बातें भी अच्छी है। लेकिन बाजार अभी अच्छा नहीं चल रहा है। ऐसे में इतने महंगे वैल्यूशन पर आईपीओ लाना थोड़ा कम न्यायसंगत लगता है। स्टॉक में लिस्टिंग गेन की उम्मीद नहीं दिख रही है। बाजार का मूड माहौल अच्छा नहीं है ऐसे में ये शेयर लिस्टिंग के बाद सेकेंडरी बाजार में और अच्छे भाव पर मिल सकता है।
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