Israel-Iran Conflict: इनवेस्टर्स बड़ी गिरावट के लिए रहें तैयार, भूलकर भी नहीं करें ये गलतियां – israel-iran conflict investors should be ready for fall in stock markets never to these mistakes

इजराइल-ईरान के बीच बढ़ते टकराव का असर इंडियन मार्केट पर पड़ना तय है। 3 अक्टूबर को इंडियन मार्केट पर इसका असर दिख सकता है। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में निफ्टी 480 प्वाइंट्स गिर चुका है। अगर 3 अक्टूबर को मार्केट में गिरावट आती है तो इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में बड़ा उतारचढ़ाव दिख सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को इस उतारचढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए। मनीकंट्रोल ने एक्सपर्ट्स से यह जानने की कोशिश की है कि अगर मार्केट में गिरावट आती है तो निवेशकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

एसेट एलोकेशन की अनदेखी नहीं करें

एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को इस वक्त एसेट एलोकेशन और फाइनेंशियल प्लानिंग की मुख्य बातों पर फोकस करने की जरूरत है। ICICI Prudential AMC के ईडी एवं सीआईओ एस नरेन ने कहा कि हाई वैल्यूएशन को देखते हुए एसेट एलोकेशन पर ध्यान दें। पोर्टफोलियो में कई तरह के एसेट्स शामिल करने से ज्यादा वैल्यूएशन के रिस्क को कम करने में मदद मिलेगी। अगर मार्केट में गिरावट आती है तो उसका इस्तेमाल खरीदारी के लिए करें।

जल्दबाजी में नहीं लें कोई फैसला

माइवेल्थग्रोथ डॉट कॉम के को-फाउंडर हर्षद चेतनवाला ने कहा कि बड़ी गिरावट की स्थिति में आपको तुरंत प्रतिक्रिया दिखाने से बचना है। आपको जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाना है। इसकी वजह यह है कि थोड़े समय बाद मार्केट में हालात सामान्य हो जाएंगे। हम रूस-यूक्रेन की लड़ाई की शुरुआत में ऐसा देख चुके हैं। हो सकता है कि मार्केट में थोड़े समय के लिए उतारचढ़ाव ज्यादा दिखे। निवेशकों को इस दौरान अपने फाइनेंशियल गोल पर फोकस बनाए रखना होगा।

SIP से होने वाले निवेश पर ब्रेक न लगाएं

म्यूचुअल फंड की स्कीमों में सिप के रास्ते निवेश करने वाले लोगों को सिप रोकने की जरूरत नहीं है। भूलकर भी ऐसा नहीं करें। गेनिंग ग्राउंड इनवेस्टमेंट सर्विसेज के रवि कुमार ने कहा, “मार्केट में अचानक बड़ी गिरावट आने पर जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। सिप को जारी रखें। इससे लंबी अवधि में आपके निवेश पर उतारचढ़ाव का असर नहीं दिखेगा।” उन्होंने कहा कि अभी कई दूसरी वजहें भी दिख रही हैं, जिनका असर मार्केट पर पड़ सकता है। इनमें चीन में इंटरेस्ट रेट में कमी और जापान में इंटरेस्ट रेट में वृद्धि शामिल हैं।

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गिरावट के मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए करें

अगर आपके पास कैश है और आप निवेश के लिए सही मौके का इंतजार कर रहे थे तो गिरावट पर आपको खरीदारी करनी चाहिए। चेतनवाला ने कहा कि कई निवेशकों के पास कैश है। वे उसका इस्तेमाल निवेश के लिए कर सकते हैं। जून में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से स्टॉक मार्केट में एक तरफा तेजी आई है। इसलिए अगर मध्यपूर्व क्राइसिस की वजह से गिरावट आती है तो उसका इस्तेमाल खरीदारी के लिए करना चाहिए। लेकिन, यह खरीदारी एकमुश्त नहीं कर आपको धीरे-धीरे करने की सलाह है।

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