
7 सितंबर 2024 को मध्याह्न गणेश स्थापना के लिए सुबह 11:10 से दोपहर 01:39 शुभ मुहूर्त बन रहा है.

गणेश उत्सव को भगवान गणेश के पुनर्जन्म का जश्न मनाया जाता है. 10 दिन तक बप्पा की पूजा में कुछ खास नियमों का जरुर ध्यान रखें, जैसे गणेश जी की उपासना में सूखे फूल, तुलसी, केतकी का फूल, टूटे अक्षत वर्जित माने गए हैं.

घर में सिंदूरी गणेश बैठाना शुभ माना जाता है. इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.

गणेश उत्सव के दौरान घर में गणेश जी विराजित करते हैं तो घर को कभी सूना न छोड़े न ही जहां बप्पा बैठे हों वहां अंधेरा करें. रोज सुबह-शाम आरती करना न भूलें.

गणेश जी की मूर्ति का चुनाव करते वक्त ध्यान रखे कि उसमें चूहा जरूर हो. मूषक यानी चूहा गणपति का वाहन है. मान्यता है बिना मूषक की गणेश मूर्ति की पूजा करने से दोष लगता है.

गणेश चतुर्थी पर हमेशा घर में बैठी मुद्रा में गणेश प्रतिमा स्थापित करें. शास्त्रों के अनुसार बैठे गणपति धन का प्रतिनिधित्व करते है.

गणेश जी की बाईं ओर वाली सूंड की प्रतिमा बहुत शुभ होती है. बाईं ओर सूंड वाली मूर्ति को वाममुखी गणपति कहा जाता है. इनकी उपासना से बप्पा जल्द प्रसन्न होते हैं.

घर में अगर गणेश जी विराजित कर रहे हैं और 10 दिन से पहले ही मूर्ति विसर्जन करना चाहते हैं तो डेढ़, तीन, या पांच दिन तक गणपति बैठाएं. इसके बाद ही शुभ मुहूर्त विसर्जन करें.
Published at : 30 Aug 2024 09:51 AM (IST)
ऐस्ट्रो फोटो गैलरी
ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज
Read More at www.abplive.com