What is S 70 Okhotnik Hunter Russia new Drone is ready features specs

Russia’s S-70 Okhotnik (Hunter) : रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन के देश ने अपने सबसे एडवांस ड्रोन को पहली बार दिखाया है। इसका नाम है- सुखोई एस-70 ओखोटनिक (हंटर)। पिछले एक दशक से इस ड्रोन की चर्चा थी। कहा गया कि रूस गुपचुप तरीके से इसे डेवलप कर रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, अब रूस ने ‘सुखोई S-70′ का प्रोडक्‍शन शुरू कर दिया है। यह छठी पीढ़ी का यूएवी है, जो अनमैन्‍ड वॉरफेयर टेक्‍नॉलजी में उसकी बड़ी कामयाबी को दिखाता है। 

नेशनल इंटरेस्‍ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस ड्रोन में सुखोई-57 फाइटर जेट के एडवांस्‍ड एआई और दूसरी टेक्‍नॉलजी को जोड़ा गया है। ‘सुखोई S-70′ ड्रोन की रेंज 6 हजार किलोमीटर तक है। यह अपने साथ कई तरह के हथियार जैसे-बम और मिसाइलों को लेकर जा सकता है।   

रिपोर्ट कहती है कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने पुतिन के देश को ड्रोन की अहमियत समझाई है, क्‍योंकि यूक्रेन ने रूसी टार्गेट्स के खिलाफ पश्चिमी देशों से मिले ड्रोन्‍स का बखूबी इस्‍तेमाल किया है। कहा जाता है कि रूसी टैंकों को सबसे ज्‍यादा नुकसान यूक्रेन के ड्रोन्‍स ने पहुंचाया। यह भी कहा जाता है कि एक यूक्रेनी ड्रोन ने रूस के पांचवीं जेनरेशन के वॉरप्‍लेन Su-57 को तब खत्‍म कर दिया, जब वह रूस के रनवे पर था। 

इन घटनाक्रमों को देखते हुए रूस ने नेक्‍स्‍ट जेनरेशन फाइटर ड्रोन्‍स का डेवलपमेंट तेज कर दिया है। ‘सुखोई S-70′ ड्रोन इसी की शुरुआत है। 
 

‘सुखोई S-70′ की बड़ी बातें 

  • ‘सुखोई S-70′ एक भारी मानवरहित लड़ाकू एरियल वीकल है। इसे सुखोई और रूसी एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन MiG मिलकर बना रहे हैं। 
  • ‘सुखोई S-70′ में सुखोई एसयू-57 लड़ाकू जेट की तकनीकों को शामिल किया गया है। 
  • ‘सुखोई S-70′ का पहला मॉडल तैयार है। इसकी टेस्टिंग सेना करेगी। खबरों के अनुसार, वेस्‍टर्न साइबेरिया में इसे टेस्‍ट किया जाएगा। 
  • ‘सुखोई S-70′ के दो और प्रोटोटाइप इस साल पूरे हो सकते हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने तीन ऐसे ड्रोन्‍स का ऑर्डर दिया है। 
  • इस ड्रोन को किसी फाइटर एयरक्राफ्ट की तरह ही रनवे से लॉन्च किया जाएगा। इसमें एडवांस्‍ड ऑटोपायलट सिस्टम लगा है, जिससे पायलट की जरूरत खत्‍म हो जाती है। 
  • इसकी रेंज 6 हजार किलोमीटर अनुमानित की गई है। ड्रोन में वही इंजन लगाया गया है, जो Su-57 में है। 
  • ‘सुखोई S-70′ अपने साथ कई तरह के हथियार जैसे- 250 और 500 कैलिबर बॉम ले जा सकता है। यह 1 हजार किलो तक के गाइडेट बम भी ले जा सकता है। इसके अलावा, जमीन से हवा में और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी यह लेकर जा सकता है। 

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