जमीयत हिमायतुल इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी अबरार जमाल ने इस्लाम का मजाक बनाने के आरोप को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है. उनका कहना है कि पाकिस्तान ने इस्लाम के किरदार को दुनिया में सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है. कारी अबरार ने जो कहा है, उसे सुनकर आसिम मुनीर और शहबाज शरीफ के पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. फिल्म ‘धुरंधर’ को लेकर भी कारी अबरार जमाल ने प्रतिक्रिया दी है.
‘पाकिस्तान में सबसे ज्यादा मक्कारी और अय्याशी’
कारी अबरार जमाल ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान में सबसे अधिक मक्कारी, अय्याशी, आतंकवाद, रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार है. पाकिस्तान को इस्लाम के नाम पर स्थापित किया गया था, लेकिन पाकिस्तान और इस्लाम का आपस में कोई मेल नहीं है. इस्लाम में तो वजू के पानी को भी अधिक बहाने की इजाजत नहीं है, लेकिन इस्लाम के नाम पर बना पाकिस्तान बेगुनाहों की जान ले रहा है.
पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का लगाया आरोप
उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि आतंकवादियों को पाकिस्तान की सेना संरक्षण देती है. ऐसे पाकिस्तान का किसी भी तरह से पर्दाफाश हो रहा है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. किसी फिल्म, मुहिम, या किसी भी तरीके से पाकिस्तान का असली चेहरा लोगों के सामने लाना चाहिए.
‘इंसानियत के नाम पर धब्बा है पाकिस्तान’
उन्होंने यह भी कहा कि अगर लोग इंसानियत को जिंदा रखना चाहते हैं तो पाकिस्तान का बहिष्कार करें. पाकिस्तान न सिर्फ इस्लाम के नाम पर कलंक है, बल्कि इंसानियत के नाम पर भी दाग और धब्बा है. पाकिस्तान जब तक अपनी मानसिकता के साथ आगे बढ़ता रहेगा, तब तक दुनिया में आतंकवाद रहेगा और खूब खराबा होता रहेगा.
‘शांति के लिए पाकिस्तान-आतंकवाद से लड़ना होगा’
कारी अबरार जमाल का कहना है कि अगर दुनिया में शांति स्थापित करनी है तो पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़नी होगी.
‘धुरंधर’ फिल्म को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसा देश जो दिन-रात आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा हो और आतंकियों को संरक्षण दे रहा हो, उसका पर्दाफाश होना जरूरी है. ‘धुरंधर’ फिल्म में अगर पाकिस्तान को बेनकाब किया गया है तो यह अच्छी बात है, लेकिन अगर कोई फिल्म धर्म के खिलाफ बनती है तो यह ठीक नहीं है.
‘वंदे मातरम पर कोई बहस नहीं होना चाहिए’
उन्होंने कहा कि जब हम इबादत करते हैं तो मिट्टी को चूमते हैं. इस मिट्टी की हिफाजत करना हम सबकी जिम्मेदारी है. इस मिट्टी से मोहब्बत करनी चाहिए. देश के लिए जीना, मरना, और राष्ट्र सर्वोपरि—यह सबकी भावना होनी चाहिए. देश को भी हमें बहुत कुछ देना चाहिए. देश की बात आए तो सब कुछ न्योछावर कर देना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों के लिए दुनिया में अगर सबसे सुरक्षित जगह है तो वह भारत ही है.
वंदे मातरम को लेकर कारी अबरार जमाल ने कहा कि वंदे मातरम पर कोई बहस ही नहीं होनी चाहिए. राष्ट्रीय गीत सबको गाना चाहिए. इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. वतन से बढ़कर हमारे लिए कुछ नहीं हो सकता. राष्ट्र है तो सब कुछ है और राष्ट्र नहीं तो कुछ भी नहीं. यह लोकतांत्रिक देश है, सबको अपने धर्म के हिसाब से रहने की आजादी है, लेकिन अगर इस धरती के गौरव की बात हम कर रहे हैं, तो इसमें क्या गलत है?
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