Thailand Cambodia War Update: थाईलैंड और कंबोडिया लड़ाई खत्म करने के लिए तैयार हो गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इसकी घोषणा की और बताया कि दोनों देश सीजफायर के लिए तैयार हैं और जल्दी ही दोनों के बीच शांति वार्ता होगी, जिसमें मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम अहम भूमिका निभाएंगे. वहीं अनवर इब्राहिम ने ही थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट को सीजफायर के लिए मनाया है.
Trump just got Thailand and Cambodia to cease all shooting and return to the original peace deal made, after there was an accidental explosion from a roadside bomb that sparked a minor break in the ceasefire.
Trump is using trade as a means to maintain peace around the globe. pic.twitter.com/to57xw1U5a
—विज्ञापन—— Clandestine (@WarClandestine) December 12, 2025
फोन पर बात करके मनाया दोनों को
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा कि थाई प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेत के साथ फोन पर काफी अच्छी बातचीत हुई. मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भी दोनों से बाचतीत की और वे युद्धविराम के लिए सहमत हो गए. दोनों ने अक्टूबर 2025 में मलेशिया के कुआलालंपुर में साइन किए गए युद्धविराम समझौते को ही रिन्यू करने और आगे बढ़ाने का फैसला किया है. इसके लिए जल्दी ही दोनों एक बैठक करेंगे.
पिछले एक हफ्ते से भिड़ रहे दोनों देश
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि थाईलैंड में हाल ही में एक धमाका हुआ था, जिसमें कई थाई सैनिक मारे गए और घायल हुए. थाईलैंड ने इसे साजिश करार देते हुए कंबोडिया पर आरोप लगाए और जवाबी कार्रवाई की. इसके बाद दोनों देशों में सीमा पर झड़पें शुरू हुईं. कंबोडिया की सेना ने थाईलैंड को जवाब देते हुए फायरिंग की तो थाईलैंड की सेना ने कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर हमला किया. कंबोडिया ने भी जवाबी कार्रवाई की. इस संघर्ष में अब तक 20 लोग मारे गए हैं और 5 लाख लोग बेघर हुए हैं.
At 2 a.m. on December 13, 2025, Thailand attacked Cambodia’s Koh Kong Province, forcing innocent civilians to flee their homes in the middle of the night. This is a cruel and inhumane act. Thailand has never wanted peace—ceasefires mean nothing when only Cambodia respects them.… pic.twitter.com/OQ1Wbacaq8
— Jing (@Jing_jing544) December 12, 2025
इसलिए छिड़ा है दोनों देशों में विवाद
बता दें कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच विवाद की मुख्य वजह प्रीह विहार मंदिर है, जो दोनों देशों के बॉर्डर पर बना है और यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया हुआ है. डांगरेक पर्वत पर यह मंदिर 11वीं शताब्दी में बना था, जिसके आस-पास के क्षेत्रों को लेकर विवाद है. प्राचीन औपनिवेशिक नक्शों में मंदिर को कंबोडिया में दिखाया गया है, लेकिन कंबोडिया के आजाद होने के बाद मंदिर पर थाईलैंड ने कब्जा कर लिया, इसलिए अब इस मंदिर को लेकर दोनों देशों में जंग चल रही है.
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