
Market trend : सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार, 12 दिसंबर को लगातार दूसरे सेशन में बढ़त देखने को मिली। US फेड के रेट कम करने के बाद पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों की वजह से सेंसेक्स 450 अंक या 0.53 फीसदी बढ़कर 85,267.66 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 148 अंक या 0.57 फीसदी बढ़कर 26,046.95 पर बंद हुआ। BSE मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.14 फीसदी और 0.65 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइज़ेशन पिछले सेशन के 466.6 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 470 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा हो गया, जिससे इन्वेस्टर्स की वेल्थ एक ही सेशन में 3 लाख करोड़ से ज़्यादा बढ़ गई।
US डॉलर इंडेक्स में गिरावट, भारत और US के बीच जल्द ही ट्रेड डील होने की उम्मीद और FY26 के दूसरे हाफ़ में कंपनियों के नतीजे में सुधार की उम्मीद से इन्वेस्टरों का सेंटिमेंट सुधरा है। ऐसे में विदेशी इन्वेस्टरों के भारतीय इक्विटी में नेट सेलर बने रहने के बावजूद मार्केट में तेजी रही।
सेक्टर के हिसाब से परफॉर्मेंस पर नजर डालें तो बेस और कीमती मेटल्स में लगातार तेजी और US डॉलर में कमजोरी की वजह से मेटल स्टॉक्स की डिमांड बढ़ी, जिससे निफ्टी मेटल इंडेक्स 2.63 फीसदी बढ़त के साथ टॉप सेक्टरल परफॉर्मर रहा। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स भी 1.53 फीसदी की अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ। वहीं, निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स,निफ्टी ऑयल एंड गैस, निफ्टी केमिकल्स और निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 0.60-1.46 फीसदी की तेजी रही। हालांकि, निफ्टी FMCG में 0.24 फीसद की मामूली गिरावट आई।
15 दिसंबर को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स का कहना है कि कल निफ्टी का 25690 के आस-पास से ऊपर जाना उम्मीद के मुताबिक था, लेकिन 25900 के पास पहुंचने में रुकावट से इस बात पर कुछ शक बना हुआ है कि क्या हम फिर से एक मजबूत अपसाइड ट्रैजेक्टरी पर वापस आ गए हैं। आज दिन की शुरुआत 26190 की उम्मीदों के साथ हुई है। 25977 से आगे न बढ़ पाना और उससे ऊपर फ्लोट न कर पाना या सीधे 25854 से नीचे गिरना,अपसाइड मोमेंटम में कमी का संकेत दे सकता है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि US फेड के रेट कट के बाद ग्लोबल रिस्क लेने की क्षमता में सुधार हुआ है जिससे लिक्विडिटी बढ़ने की उम्मीद बढ़ी और रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने और FII के लगातार आउटफ्लो के बावजूद घरेलू इक्विटी बाजा में तेजी आई।
उन्होंन आगे कहा कि भारत का आज आने वाला नवंबर का रिटेल महंगाई आंकड़ा RBI के कम्फर्ट ज़ोन में रहने की उम्मीद है, जिससे पॉलिसी स्टेबिलिटी की उम्मीदें और मज़बूत होंगी। शॉर्ट-टर्म में बाजार का फोकस रुपये के लेवल, FII फ्लो, भारत -अमेरिका ट्रेड बातचीत, बैंक ऑफ जापान की पॉलिसी, ECB और BoE के पॉलिसी से मिलने वाले संकेतों पर रहेगा।
सैमको सिक्योरिटीज में डेरिवेटिव रिसर्च एनालिस्ट धुपेश धमेजा का कहना है कि निफ्टी अभी भी एक कड़े कंसोलिडेशन में फंसा हुआ है, लेकिन 20-DEMA और 50-DMA के बीच प्राइस में कमी, आने वाले तेज़ बदलाव की और इशारा कर रही है। 50-DMA पर लगातार सपोर्ट के बावजूद, इंडेक्स तीन सेशन से पिछले दिन के हाई को पार नहीं कर पाया है, जिससे लोअर-हाई स्ट्रक्चर बना हुआ है, जिसमें 26,000–26,100 एक मज़बूत सप्लाई ज़ोन के तौर पर काम कर रहा है।
डेरिवेटिव्स की पोजीशनिंग इस रुकावट को और मज़बूत कर रही है। एग्रेसिव कॉल राइटिंग ऊपर की तरफ़ तेजी को रोक रही है, जबकि 25,700 पर मज़बूत पुट इंटरेस्ट नीचे की तरफ़ गिरने से बचाता है। इंडेक्स अब एक इन्फ्लेक्शन पॉइंट पर है। 26,000 से ऊपर का ब्रेकआउट 26,350 की ओर मोमेंटम बढ़ा सकता है। जबकि 25,700 से नीचे फिसलने पर यह तेज़ी से 25,500 तक जा सकता है।
Tata Steel Share Price : निफ्टी के टॉप गेनरों में शामिल रहा टाटा स्टील का शेयर, स्टॉक पर ब्रोकरेज भी बुलिश
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
Read More at hindi.moneycontrol.com