भारत-पाकिस्तान के संबंधों और पाकिस्तान में चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है. जयशंकर ने कहा कि जिस तरह से अच्छे आतंकवादी और बुरे आतंकवादी होते हैं, वैसे ही अच्छे सैन्य नेता और कुछ कम अच्छे नेता भी होते हैं.
एस. जयशंकर ने शनिवार (6 दिसंबर, 2025) को हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा, ‘भारत के लिए पाकिस्तानी सेना की असलियत हमेशा से स्पष्ट रही है और हमारी बहुत-सी परेशानियां भी वहीं से पैदा होती हैं.’
भारत की कूटनीति के सवाल पर बोले जयशंकर
भारत के कूटनीतिक रूप से फंसे होने के सवाल पर जयशंकर ने कहा, ‘पाकिस्तान की हालत को देख लीजिए, उसके अंतर, उसकी क्षमताएं और उसकी इज्जत-प्रतिष्ठा को भी देख लीजिए. हमें जरूरत से ज्यादा खुद को उससे जोड़कर नहीं देखना चाहिए. हां, कुछ मुद्दे हैं और हम उस पर उनसे निपटेंगे.’
हमें कुछ नियम और मानदंड का पालन करना होता है: जयशंकर
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के कुछ अलग तरीके का इस्तेमाल करने के सवाल पर जयशंकर ने कहा, ‘जिस तरह का हमारा देश है, हमें कुछ नियमों और मानदंडों का पालन करना होता है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं इसे दो तरह से देखता हूं. जहां तक भारत का सवाल है, कुछ चीजें हम करते हैं और कुछ नहीं करते. इसलिए हम भारत है. हमारे नियम हैं, हमारे कुछ मानदंड हैं. अगर हम कोई कदम उठाते हैं तो इस देश में हम जनता के प्रति, मीडिया के प्रति और नागरिक समाज के प्रति जवाबदेह होते हैं.’
पुतिन की भारत यात्रा पर क्या बोले जयशंकर?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, ‘भारत जैसे देश के लिए प्रमुख रिश्तों का अच्छी स्थिति में होना बहुत जरूरी है.’ उन्होंने कहा, ‘हम जैसे देश के लिए, जो एक बड़ा देश है, उभर रहा है और जिससे अपेक्षा की जा रही है कि वह ज्यादा से ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा तो यह जरूरी है कि हमारे जो विशेष और प्रमुख संबंध हैं, वो मजबूत हों. हम ज्यादा से ज्यादा देशों के साथ जितना संभव हो उतना अच्छा सहयोग बनाए रखें और हमारे पास अपने विकल्प चुनने की स्वतंत्रता है तो संक्षेप में तो यही विदेश नीति कहलाती है.’
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