
एम्फैसिस की ग्रोथ आगे दमदार रहने की उम्मीद है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बढ़ती डिमांड, डेटा और एआई मॉडर्नाइजेशन का हाथ होगा। कंपनी को जेनएआई और एजेंटिक एआई से जुड़ी बड़ी डील मिली हैं। इससे कंपनी की नेक्स्ट-जेन कपैबिलिटी में क्लाइंट्स के मजबूत भरोसे का पता चलता है। कंपनी का शेयर बीते छह महीनों में करीब 16 फीसदी चढ़ा है।
टीएमटी और इंश्योरेंस वर्टिकल में सबसे ज्यादा ग्रोथ
Mphasis को कई बड़ी डील मिली हैं। कंपनी मार्जिन बढ़ाने पर जोर दे रही है। कंपनी मुश्किल वक्त का मुकाबला पूरे भरोसे के साथ कर रही है। सितंबर तिमाही में वर्टिकल के लिहाज से टीएमटी (टेक्नोलॉजी, मीडिया और टेलीकॉम) और इंश्योरेंस का ग्रोथ में सबसे ज्यादा योगदान रहा। लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सेगमेंट में कमजोरी जारी रही। तिमाही दर तिमाही आधार पर ग्रोथ फ्लैट रही है। लेकिन ग्रोथ में स्टैबिलिटी के संकेत दिख रहे हैं।
ग्रोथ में अमेरिका का सबसे ज्यादा योगदान
अगर ज्योग्राॉफी के लिहाज से देखा जाए तो ग्रोथ में अमेरिका का सबसे ज्यादा योगदान रहा। कुल रेवेन्यू में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 83 फीसदी रही। EMEA का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से नरम रहा है। लेकिन, अब इसमें स्टैबिलिटी के संकेत दिख रहे हैं। सितंबर तिमाही में कंपनी के EBIT मार्जिन में तिमाही दर तिमाही आधार पर 440 बेसिस प्वाइंट्स का इम्प्रूवमेंट देखने को मिला। कंपनी का यूटिलाइजेशन लेवल अच्छा बना हुआ है। ऑनसाइट यूटिलाइजेशन 92 फीसदी रहा, जबकि ऑफशोर यूटिलाइजेशन (एक्स-ट्रेनेजी) बढ़कर 87 फीसदी पर पहुंच गया। पिछले साल यह 76 फीसदी था।
कंपनी को EBIT मार्जिन 14.75-15.75 फीसदी रहने का अनुमान
फिक्स्ड प्राइस कॉन्ट्रैक्ट्स की हिस्सेदारी भी साल दर साल आधार पर 60 फीसदी बढ़ गई। यूटिलाइजेशन हाई बनी हुई है और फिक्स्ड-प्राइस मिक्स में इम्प्रूवमेंट है। इससे शॉर्ट टर्म में मार्जिन स्टेबल रहने की उम्मीद है। कंपनी को EBIT मार्जिन 14.75-15.75 फीसदी के बीच रहने का अनुमान है। नई डील के मामले में कंपनी का प्रदर्शन अच्छा है। सितंबर तिमाही में टीसीवी में इसने 52.8 करोड़ डॉलर की डील की है। बीएफएस से जुड़ी डील में साल दर साल आधार पर 45 फीसदी इजाफा हुआ है, जबकि नॉन-बीएफएस डील 139 फीसदी बढ़ी है। यह लगातार दूसरी तिमाही थी, जब टीसीवी डील 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा की रही।
इंडस्ट्री के मुकाबले दोगुनी रह सकती है कंपनी की ग्रोथ
एम्फैसिस को FY26 में ग्रोथ इंडस्ट्री के मुकाबले दोगुनी रहने का भरोसा है। दूसरी छमाही में टीसीवी डील का कनवर्जन रेवेन्यू में दिख सकता है। हालांकि, फर्लो की वजह से कंपनी को चैलेंज का सामना करना पड़ सकता है। बीएफएस वर्टिकल में प्रदर्शन अच्छा रह सकता है। टीएमटी औरक इंश्योरेंस को भी इस साल की शुरुआत में मिली अच्छी डील का फायदा मिलेगा। लॉजिस्टिक्स वर्टिकल के भी तीसरी तिमाही में तिमाही दर तिमाही आधार पर अच्छी ग्रोथ दिखाने की उम्मीद है।
क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) बेसिस पर एम्फैसिस के शेयरों की वैल्यूएशन सही दिख रही है। इनवेस्टर्स इस स्टॉक में धीरे-धीरे निवेश बढ़ा सकते हैं। इस हफ्ते एम्फैसिस का शेयर 4.32 फीसदी चढ़ा है। 5 दिसंबर को शेयर 1.31 फीसदी चढ़कर 2,946 रुपये पर बंद हुआ।
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