
Prestige Estates Projects Share Price: प्रेस्टिज एस्टेट्स को शेयरों को आज दो वजहों से तगड़ा सपोर्ट मिला। एक तो केंद्रीय बैंक RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है तो दूसरी बड़ी वजह घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का बुलिश रुझान है। मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक इसके शेयर मौजूदा लेवल से 35% से भी अधिक ऊपर जा सकता है। प्रेस्टिज एस्टेट्स के शेयर इन दो सपोर्ट पर रॉकेट बन गए और 2% से अधिक उछल पड़े। आज बीएसई पर यह 2.18% की बढ़त के साथ ₹1693.25 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 2.47% के उछाल के साथ ₹1698.15 पर पहुंच गया था। आगे की बात करें तो मोतीलाल ओसवाल ने इसे फिर से खरीदारी की रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस ₹2,295 पर फिक्स किया है।
Prestige Estates Projects पर क्यों है Motilal Oswal बुलिश?
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक प्रेस्टिज एस्टेट्स का पोर्टफोलियो काफी डाईवर्सिफाईड है और इसमें रेजिडेंशियल, ऑफिस, रिटेल और हॉस्पिटैलिटी शामिल हैं जो पॉजिटिव फैक्टर है। मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि इस वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में ₹33,100 करोड़ के अतिरिक्त बिजनेस डेवलपमेंट और ₹77 हजार करोड़ के लॉन्च पाइपलाइन से वित्त वर्ष 2025-28 में कंपनी का प्री-सेल्स सालाना 40% की रफ्तार से बढ़ सकता है। इससे वित्त वर्ष 2028 तक कंपनी की प्री-सेल्स ₹46,300 करोड़ तक पहुंच सकता है। कंपनी अपने ऑफिस और रिटेल पोर्टफोलियो को 50 msf (मिलियन स्क्वेयर फीट) तक बढ़ा रही है और हॉस्पिटैलिटी कारोबार को भी बढ़ा रही है।
ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि कंपनी का ऑफिस और रिटेल रेंटल इनकम सालाना 53% की रफ्तार से बढ़कर वित्त वर्ष 2028 तक ₹2,510 करोड़ तक पहुंच सकता है और हॉस्पिटैलिटी रेवेन्यू 22% की रफ्तार यानी सीएजीआर से बढ़कर ₹1,600 करोड़ पर पहुंच सकता है। अंडर-कंस्ट्रक्शन कॉमर्शियल एसेट्स के ऑपरेशनल होने के बाद कंपनी की टोटल कॉमर्शियल इनकम वित्त वर्ष 2030 तक ₹3,300 करोड़ पहुंच सकती है।
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) में कंपनी का दबदबा तेजी से बढ़ा है और फिर दिल्ली-एनसीआर में इसने मजबूत एंट्री की है। अब यह पुणे में भी अपनी स्थिति मजबूत कर रही है जिससे इसके लिए रेवेन्यू के स्रोत बढ़ रहे हैं। रेजिडेंशियल, कॉमर्शियल और हॉस्पिटैलिटी सेगमेंट में तेजी को देखते हुए मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि कंपनी फिर से रेटिंग करने को लेकर मजबूत स्थिति में है।
ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि चूंकि कंपनी 50 msf के कॉमर्शियल एसेट्स और 15 हॉस्पिटैलिटी प्रॉपर्टीज बना रही है तो वित्त वर्ष 2027 में इसका नेट कर्ज ₹4,800 के लेवल तक पहुंच सकता है। वहीं वित्त वर्ष 2026-28 में ₹25,400 करोड़ का कम्युलेटिव ऑपरेटिंग कैश फ्लो जेनेरेट होने की संभावना है। ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि सालाना ₹5 हजार करोड़ में जमीन की खरीदारी और ₹2500 करोड़ के कैपेक्स से वित्त वर्ष 2028 में करीब ₹8400 करोड़ का कैश सरप्लस होगा। कर्ज भी इसके बाद हल्का होने लगेगा क्योंकि नए कॉमर्शियल की ऑप्टिमल अकुपेंसी पर पहुंचने के बाद किराए से आय आने लगेगी।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
प्रेस्टिड एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स के शेयर पिछले साल 17 दिसंबर 2024 को ₹1897.75 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से यह चार ही महीने में 44.76% फिसलकर 7 अप्रैल 2025 को ₹1048.30 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
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