Nifty Outlook: चौथे दिन भी गिरा निफ्टी, अब 4 दिसंबर को कैसी रहेगी चाल? जानिए एक्सपर्ट से – nifty outlook will market recover on december 4 expert view on key support and resistance levels amid rupee fall global cues and weak pmi

Nifty Outlook: निफ्टी 50 ने बुधवार को लगातार चौथे सेशन में गिरावट दर्ज की। इंडेक्स गैप-डाउन खुला और पूरे दिन बिकवाली का दबाव बना रहा। हालांकि, आखिरी घंटे में 100 से ज्यादा अंकों की तेज रिकवरी हुई, जिससे Nifty इंट्राडे के निचले स्तर से काफी ऊपर आकर बंद हुआ। इंडेक्स ने 25,920 के 20-DMA को मजबूती से बचाए रखा और 46 अंक फिसलकर 25,986 पर बंद हुआ।

अब गुरुवार 4 दिसंबर को निफ्टी की चाल कैसी रहेगी, कौन से लेवल अहम रहेंगे, इसे एक्सपर्ट से समझेंगे। लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं कि बुधवार को बाजार में क्या खास हुआ।

IT और प्राइवेट बैंक ने संभाला

बाजार दिनभर कमजोरी में रहा, लेकिन प्राइवेट बैंक और IT शेयरों ने गिरावट को सीमित रखा। Nifty में Wipro, Hindalco और TCS टॉप गेनर रहे। वहीं, Max Healthcare, Tata Consumer और Adani Enterprises में बिकवाली देखने को मिली।

सेक्टोरल परफॉर्मेंस भी मिला-जुला रहा। IT, प्राइवेट बैंक और मीडिया इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। वहीं, PSU बैंक, ऑटो, FMCG और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स दबाव में रहे। ब्रॉडर मार्केट कमजोर रहा। Nifty Midcap 100 में 1% और Smallcap 100 में 0.70% की गिरावट दर्ज हुई।

रुपया फिर रिकॉर्ड लो पर

रुपया 90.29 प्रति डॉलर के साथ अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार तीसरा दिन है जब रुपये ने नया लो बनाया है। FPI आउटफ्लो, भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता और तकनीकी कमजोरी ने मुद्रा पर दबाव बढ़ाया है।

अब इन पर बाजार की नजर

दुनियाभर के बाजार अभी भू-राजनीतिक और व्यापारिक संकेतों पर केंद्रित हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4–5 दिसंबर को भारत आ रहे हैं। प्रमुख फोकस रक्षा साझेदारी, सिविल न्यूक्लियर कोऑपरेशन और ट्रेड डेफिसिट कम करने पर होगा। दोनों देशों का लक्ष्य FY25 के 68.7 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 100 बिलियन डॉलर करना है।

भारत और यूरोपीय यूनियन के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर भी इसी हफ्ते बातचीत आगे बढ़ने की उम्मीद है।

IPO मार्केट में हलचल

Meesho, Aequs और Vidya Wires के IPO खुले, जो मिलकर लगभग ₹6,643 करोड़ जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे प्राइमरी मार्केट में फिर से तेजी का माहौल बना है।

ग्लोबल डेटा पर नजर

बुधवार को अमेरिका के नॉन-फार्म पेरोल और सर्विसेज PMI डेटा आने हैं। ये आंकड़े यह संकेत देंगे कि US फेड आगे ब्याज दरों को कैसे मोड़ सकता है। इसका असर भारतीय बाजार पर भी दिखेगा। वहीं, बुधवार शाम भारत का मैन्युफैक्चरिंग PMI आया, जो 9 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

आगे बाजार का रुख कैसा रहेगा?

मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक, निकट भविष्य में बाजार करेंसी मूवमेंट, RBI की नीतियां और अंतरराष्ट्रीय ट्रेड बातचीत से जुड़े संकेतों के आधार पर सीमित दायरे में घूम सकता है।

निफ्टी पर एक्सपर्ट की राय

HDFC Securities के नंदीश शाह का कहना है कि Nifty दिन के दौरान 26,000 के नीचे जरूर गया, लेकिन आखिर में 20-DEMA के ऊपर बंद हो गया। इससे मार्केट में बुल्स की उम्मीदें बनी रहती हैं। हालांकि 26,150–26,200 का जोन अभी भी मजबूत रेजिस्टेंस है, जिसे पार करना जरूरी होगा।

LKP Securities के रूपक डे ने बताया कि इंडेक्स को 25,900 के आसपास अच्छा सपोर्ट मिला और आखिरी घंटे में तेज रिकवरी दिखी। Nifty 21-EMA के ऊपर बना हुआ है, इसलिए शॉर्ट-टर्म ट्रेंड अभी भी पॉजिटिव माना जा रहा है।

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असित सी. मेहता के हृषिकेश येदवे के मुताबिक, बड़ा रेजिस्टेंस 26,325 पर है। जब तक Nifty इसके ऊपर मजबूती से टिक नहीं जाता, तब तक हर उछाल को निवेशक मुनाफावसूली के मौके की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने 25,840 को अहम सपोर्ट बताया, जो फिलहाल शॉर्ट-टर्म स्विंग लो है।

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