
Rupee fall impact: रुपया बुधवार, 3 दिसंबर को 90 प्रति डॉलर के पार जाकर नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। कमजोर रुपये का सीधा असर लगभग हर बड़े सेक्टर पर पड़ता है। कहीं फायदा होता है तो कहीं मार पड़ती है। यहां समझिए अलग-अलग सेक्टर्स पर इसका क्या प्रभाव दिखेगा।
रुपये की कमजोरी IT सेक्टर के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि इन कंपनियों की बड़ी कमाई डॉलर में आती है। 90 के पार कमजोर हुआ रुपया उनकी मार्जिन बढ़ाने में मदद करता है। बुधवार के ट्रेड में भी Nifty IT इंडेक्स ने बाजार की गिरावट को काफी हद तक संभाला।
Wipro, TCS और Infosys जैसे स्टॉक्स मजबूती में रहे, क्योंकि डॉलर में मिलने वाला रेवेन्यू अब रुपये में ज्यादा वैल्यू देता है।
फार्मा कंपनियों पर रुपये की गिरावट का असर सीमित रहता है क्योंकि वे अपने डॉलर एक्सपोजर को पहले से हेज कर लेती हैं। उनकी दवाइयों की कीमतें भी इस हिसाब से तय होती हैं कि रुपये की कमजोरी का झटका कम पड़े।
हालांकि इनपुट कॉस्ट बढ़ जाती है, जो कुल बिक्री का 40-60 प्रतिशत हिस्सा होता है। इसके बावजूद सेक्टर पर सीधा बड़ा दबाव नहीं आता।
रुपये की गिरावट एक्सपोर्टर ऑटो कंपनियों के लिए बड़ा फायदा लेकर आती है। TVS Motor और Bajaj Auto जैसी कंपनियों की कमाई का बड़ा हिस्सा निर्यात से आता है। इसलिए रुपये का कमजोर होना सीधे उनकी आय बढ़ाता है।
कई ऑटो एंसिलरी कंपनियां जैसे Bharat Forge और Samvardhana Motherson भी इस ट्रेंड से लाभ में रहती हैं। वहीं Uno Minda जैसी कंपनियों के लिए स्थिति उलट होती है क्योंकि वे इंपोर्ट पर निर्भर हैं और कमजोर रुपया उनकी लागत बढ़ा देता है।
ONGC और Oil India रुपये के कमजोरी से फायदा उठाते हैं क्योंकि उनके लिए हर ₹1 की गिरावट EPS को 1-2% तक बढ़ा देती है। लेकिन Reliance Industries के लिए यह मिश्रित प्रभाव लाती है। कंपनी को कच्चा तेल, LNG और ethane जैसे बड़े इंपोर्ट करने पड़ते हैं, इसलिए लागत बढ़ती है।
हालांकि इसके ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन डॉलर आधारित होने से थोड़ी राहत मिलती है। दूसरी ओर, City Gas Distributors पर सीधा दबाव आता है क्योंकि महंगा LNG उनकी लागत बढ़ाता है और उनके EPS पर 4-11% तक का असर पड़ सकता है।
केमिकल सेक्टर रुपये की कमजोरी से फायदा उठाने वालों में शामिल है। इस सेक्टर की कई कंपनियों की आय डॉलर में होती है या वे अमेरिकी बाजार के साथ गहरे जुड़े हैं। ऐसे में कमजोर रुपया Navin Fluorine, SRF, Aarti Industries और Atul जैसी कंपनियों की मार्जिन और रेवेन्यू को सपोर्ट करता है।
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