
Meesho IPO : आज से ई-कॉर्मस प्लेटफॉर्म मीशो (Meesho) का करीब 5400 करोड़ का IPO खुला है। इस इश्यू को एंकर निवेशकों से 32 गुना डिमांड मिली है। IPO और कंपनी के कारोबार की ग्रोथ स्ट्रैटेजी पर चर्चा के लिए कंपनी के CMD & CEO विदित आत्रे ने सीएनबीसी-आवाज़ से हुई बातचीत में कहा कि 10 साल में कंपनी बनाई है। कंपनी के साथ 23 करोड़ से ज्यादा यूजर्स जुड़े हैं। कंपनी को अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद है। कंपनी का कस्टमर बेस काफी बड़ा है। लॉजिस्टिक्स में काफी इनोवेशन किया गया है।
विदित आत्रे ने आगे कहा कि MEESHO ने 10 साल में बाजार पर अपनी पकड़ मजबूत की है। कंपनी ने पिछले वित्तवर्ष में 1,000 करोड़ रुपए का कैश जनरेट किया है। कंपनी के लिए कई सारे रेवेन्यू लीवर्स है। कंपनी मैनेजमेंट का ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने पर फोकस बना हुआ है। अभी मुनाफा कमाने की जगह मार्केट बढ़ाने पर फोकस है। कंपनी अफोर्डेबल प्रोडक्ट मुहैया कराने पर जोर दे रही है। देश में अफोर्डेबल प्रोडक्ट की काफी ज्यादा मांग है।
कंपनी का एसेट लाइट बिजनेस है। टेक्नोलॉजी पर निवेश कर रहे हैं। कारोबार में AI के बेहतरीन मॉडल यूज करते हैं। इसमें निवेश बढ़ाने की योजना है। AI और टेक पर आगे और फोकस बढ़ाया जाएगा। कस्टमर बेस बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है।
Meesho IPO पर एक नजर
बता दें कि Meesho का IPO आज खुला है। यह 5 दिसंबर को बंद होगा। IPO का प्राइस बैंड 105–111 रुपए प्रति शेयर है। इस आईपीओ से कंपनी की 5421 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। IPO को एंकर निवेशकों से 32 गुना डिमांड मिली है। एंकर बुक के तहत 125 निवेशकों को 111 रुपए के भाव पर 21.97 करोड़ इक्विटी शेयर जारी हुए हैं। इसमें से 42.63 फीसदी यानी 21.98 शेयर 52 स्कीमों के जरिए 14 घरेलू म्यूचुअल फंडों को जारी हुए हैं।
कंपनी के बारे में जानें
मीशो की शुरुआत 2015 में हुई। यह एक मल्टी-साइडेड टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म ड्राइविंग ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है। कंपनी कंज्यूमर्स, सेलर्स, लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स और कंटेंट क्रिएटर्स को एक ही प्लेटफॉर्म के जरिए जोड़ती है। उपभोक्ताओं को यहां किफायती भाव पर तमाम प्रोडक्ट्स मिल जाते है। इसके साथ ही सेलर्स को भी अपने कारोबार को लिए सस्ता प्लेटफॉर्म मिल जाता है। इसका ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो ब्रांड नेम से कारोबार करता है। मीशो ई-कॉमर्स सेगमेंट में तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। इसका मुकाबला एमेजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) जैसे दिग्गजों से है। कंपनी वाल्मो (Valmo) नाम से लॉजिस्टिक्स नेटवर्क भी चलाती है।
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