
Metal Stocks: मेटल कंपनियों के शेयरों में सोमवार 1 दिसंबर को लगातार दूसरे दिन अच्छी तेजी देखने को मिली। कमोडिटी की कीमतों में उछाल, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और मैन्युफैक्चरिंग गतविधियों के मजबूत आंकड़ों के चलते निवेशकों की इन कंपनियों में दिलचस्पी बढ़ी है। निफ्टी मेटल इंडेक्स सुबह के कारोबार में करीब 1% उछलकर 10,374.30 के स्तर पर ट्रेड करता दिखा।
इस तेजी के पीछे 4 बड़े कारण रहे-
1. मजबूत मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ से बढ़ा भरोसा
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 9.1% दर्ज की गई। यह इसकी पिछली तिमाही में रहे 7.7% और इसके पिछले साल की इसी तिमाही में रहे 7.6% की ग्रोथ से काफी अधिक है। मजबूत मैन्युफैक्चरिंग आंकड़ों से निवेशकों के सेंटीमेंट को मजबूती मिली।
2. कॉपर की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल
सप्लाई से जुड़ी चिंताओं और अमेरिकी डॉलर में कमजोरी के बीच कॉपर की कीमतें सोमवार को दुनिया भर में नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं। लंदन मेटल एक्सचेंज (LME) पर कॉपर की कीमतें $11,290 प्रति टन से अधिक के नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गईं। अमेरिका में कॉमेक्स फ्यूचर्स भी लगभग 2 परसेंट बढ़ गए। भारत में भी MCX पर दिसंबर एक्सपायरी वाले कॉपर फ्यूचर्स ₹1,048 प्रति किलोग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गए। इस उछाल का असर हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों पर भी दिखा, जो कारोबार के दौरान लगभग 4% चढ़कर ₹339 के करीब पहुंच गए।
3. चांदी की कीमतें भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर
चांदी (Silver) की कीमतें भी कॉपर के साथ बढ़ीं और नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं। MCX पर मार्च एक्सपायरी वाले चांदी के फ्यूचर्स करीब 2 परसेंट बढ़कर लगभग 1.79 लाख करोड़ रुपये प्रति किलो के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गए।
VT मार्केट्स के ग्लोबल स्ट्रैटेजी लीड रॉस मैक्सवेल ने बताया, “इलेक्ट्रॉनिक्स और रिन्यूएबल्स की इंडस्ट्रियल डिमांड मजबूत बनी हुई है। इसके अलावा चांदी को गोल्ड की तरह सेफ-हेवन खरीदारों का भी फायदा मिल रहा है, जिसका असर सोने पर पड़ रहा है। चांदी उन निवेशकों को भी आकर्षित कर रही है जो चांदी में अधिक रिटर्न की संभावना का फायदा उठाना चाहते हैं।”
चांदी की कीमतों में तेज उछाल का असर हिंदुस्तान जिंक के शेयरों पर दिखा, जो कारोबार के दौरान 2 परसेंट से ज्यादा बढ़कर 497 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए। खास बात यह है कि हिंदुस्तान जिंक भारत में चांदी का सबसे बड़ा प्रोड्यूसर है।
4. अमेरिकी फेड से रेट कट की उम्मीदें
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं बढ़ गई हैं, जिससे ग्लोबल लेवल पर निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ है। फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वॉलर ने पिछले हफ्ते कहा कि अमेरिकी जॉब मार्केट कमजोर है और ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की एक और कटौती संभव है। इससे पहले न्यूयॉर्क के फेड प्रेसिडेंट जॉन विलियम्स ने भी ब्याज दरों में “निकट भविष्य” में कमी की संभावना जताई थी।
रॉयटर्स के मुताबिक, अब ट्रेडर्स को 87% संभावना लग रही है कि दिसंबर में रेट कट होगा, जबकि पिछले सप्ताह यह संभावना सिर्फ 50% थी। अमेरिका में ब्याज दरें घटने से विदेशी निवेशकों के लिए इमर्जिंग बाजारों में निवेश आकर्षक होता है और इसका फायदा भारतीय मेटल शेयरों को मिल रहा है।
इन मेटल शेयरों में दिखी तेजी
मेटल इंडेक्स पर हिंदुस्तान कॉपर और हिंदुस्तान जिंक के शेयर टॉप गेनर्स में शामिल रहे। वहीं नेशनल एल्युमिनियम कंपनी (NALCO) के शेयर भी 2% से अधिक चढ़े। इस बीच वेदांता के शेयर करीब 2% चढ़े। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL), APL अपोलो ट्यूब्स, अदाणी एंटरप्राइजेज और JSW स्टील के शेयर करीब 1 परसेंट चढ़े, जबकि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील और वेलस्पन कॉर्पोरेशन के शेयर करीब 0.5% चढ़े।
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