मदीना में बस पलटने से 45 जायरीनों की मौत, हैदराबाद का एक यात्री चमत्कारिक रूप से बचा, अस्पताल में भर्ती

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सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना में एक बेहद दुखद हादसे में कम से कम 45 जायरीन अपनी जान गंवा बैठे, जिसमें एक यूवी बाल-बाल बच गया. यह दर्दनाक हादसा मदीना से मक्का की ओर जाते समय हुआ, जब बस अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई और टैंकर से टकराने के बाद उसमें आग लग गई.

घटना की भयावहता इस बात से साफ जाहिर है कि बस का एक बड़ा हिस्सा आग की चपेट में आने से पूरी तरह जलकर खाक हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चीख-पुकार की आवाजें दूर-दूर तक सुनाई दे रही थीं, लेकिन भीषण आग और धुएं के कारण बचाव कार्य में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

हादसे में इकलौते जिंदा बचे हैदराबाद के निवासी शुऐब

शुऐब मोहम्मद मुजफ्फरराती गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद जिंदा बच गए, लेकिन हादसे के तुरंत बाद बस में लगी आग ने अन्य यात्रियों को संभलने का कोई मौका नहीं दिया. हैदराबाद के रहने वाले शुऐब मोहम्मद, जो इस हादसे के एकमात्र जीवित गवाह हैं, ने कहा कि वे खिड़की तोड़कर बाहर कूद पड़े, जिससे उनकी जान बच गई. उन्होंने अपने साथियों को जलती हुई बस में फंसे देखा, लेकिन वे उन्हें बचा नहीं पाए. उनका दर्द और सदमा इस बात से समझा जा सकता है कि वह अभी भी इस घटना के सदमे से उबर नहीं पाए हैं. मृतकों में ज्यादातर भारत के विभिन्न राज्यों के जायरीन थे, जो अपने पवित्र तीर्थयात्रा को पूरा करने के लिए सऊदी अरब आए थे.

भीषण हादसे के कारण शवों का शिनाख्त मुश्किल

यह हादसा इतना भीषण था कि शवों की शिनाख्त करना भी मुश्किल हो रहा है. मृतकों के पार्थिव शरीर को किंग फहद और मीकात स्थित किंग सलमान अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है. स्थानीय हुक्काम (अधिकारियों) एहतियाती तौर पर पूरी सावधानी और संजीदगी के साथ आगे की कार्रवाई कर रहे हैं.

तीर्थयात्रियों की सुरक्षा पर उठे सवाल

सऊदी अधिकारियों ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और भारतीय दूतावास के अधिकारी भी पीड़ित परिवारों के संपर्क में हैं. शुऐब इस समय मदीना के एक अस्पताल में चौंकाने वाली (Traumatic) हालत में इलाज करा रहे हैं.

इस भयानक हादसे ने एक बार फिर तीर्थयात्राओं के दौरान सुरक्षा और एहतियात बरतने की जरूरत को उजागर कर दिया है. इस त्रासदी ने हज और उमराह यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पीड़ित परिवारों के लिए यह एक असहनीय क्षति है और दुनिया भर में लोग मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.

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