Motivational Quotes: सफल होना चाहते हैं, तो गाठ बांध लें रवींद्रनाथ टैगोर की ये बातें

रवींद्रनाथ टैगोर एक कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और चित्रकार थे, जिन्हें 'गुरुदेव' के नाम से भी जाना जाता था. रवींद्रनाथ टैगोर के मोटिवेशनल विचार जीवन में सफलता दिलाने का मार्ग दिखाते हैं, तो ऐसे में अगर सफल होना चाहते हैं तो गाठ बांध ले रवींद्रनाथ टैगोर की ये बातें.

रवींद्रनाथ टैगोर एक कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और चित्रकार थे, जिन्हें ‘गुरुदेव’ के नाम से भी जाना जाता था. रवींद्रनाथ टैगोर के मोटिवेशनल विचार जीवन में सफलता दिलाने का मार्ग दिखाते हैं, तो ऐसे में अगर सफल होना चाहते हैं तो गाठ बांध ले रवींद्रनाथ टैगोर की ये बातें.

टैगोर कहते हैं,

टैगोर कहते हैं, “आप केवल खड़े होकर पानी को घूरते रहने से समुद्र पार नहीं कर सकते”. इसका अर्थ है कि सफलता प्राप्त करने के लिए आपको सिर्फ सोचने से आगे बढ़कर काम करना होगा और डर पर काबू पाना होगा.

अपनी सभी गलतियों को नजरअंदाज न करें, बल्कि उनसे सीखें और आगे ऐसा न हो इसके लिए कदम उठाएं. टैगोर ने कहा है,

अपनी सभी गलतियों को नजरअंदाज न करें, बल्कि उनसे सीखें और आगे ऐसा न हो इसके लिए कदम उठाएं. टैगोर ने कहा है, “यदि आप सभी त्रुटियों के लिए दरवाजा बंद कर देंगे, तो सत्य भी बाहर हो जाएगा”.

समस्याओं से बचने की प्रार्थना करने के बजाय, उनका सामना करने के लिए साहस और हिम्मत की प्रार्थना करें. टैगोर के अनुसार,

समस्याओं से बचने की प्रार्थना करने के बजाय, उनका सामना करने के लिए साहस और हिम्मत की प्रार्थना करें. टैगोर के अनुसार, “हमें जीवन की चुनौतियों से बचने की प्रार्थना नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनका निडर होकर सामना करने की हिम्मत मिले, इसकी प्रार्थना करनी चाहिए”.

टैगोर ने शिक्षा को केवल जानकारी देने के बजाय जीवन को एक नया आयाम देने वाला माना है. उनका मानना था कि शिक्षा से व्यक्ति की रचनात्मकता और क्षमता का विकास होता है.  शिक्षा और मेहनत ही सफलता की कुंजी है.

टैगोर ने शिक्षा को केवल जानकारी देने के बजाय जीवन को एक नया आयाम देने वाला माना है. उनका मानना था कि शिक्षा से व्यक्ति की रचनात्मकता और क्षमता का विकास होता है. शिक्षा और मेहनत ही सफलता की कुंजी है.

टैगोर के अनुसार, महानता और विनम्रता का गहरा संबंध है. जब कोई व्यक्ति विनम्र होता है, तो वह अपनी उपलब्धियों और ज्ञान के प्रति अति आत्म-संतुष्ट नहीं होता है, बल्कि वह हमेशा सीखने और बढ़ने के लिए तैयार रहता है.

टैगोर के अनुसार, महानता और विनम्रता का गहरा संबंध है. जब कोई व्यक्ति विनम्र होता है, तो वह अपनी उपलब्धियों और ज्ञान के प्रति अति आत्म-संतुष्ट नहीं होता है, बल्कि वह हमेशा सीखने और बढ़ने के लिए तैयार रहता है.

Published at : 17 Nov 2025 05:00 PM (IST)

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