लालू परिवार विवाद: बिहार में इन दिनों विधानसभा चुनाव के नतीजों की चर्चा है. इस चुनाव में RJD ने अपनी जीत की काफी कोशिश की, लेकिन फैसला NDA के हक में आया. एक तरफ नतीजों की चर्चा अब दूसरी तरफ लालू के परिवार के बीच चल रही कलह खुलकर सामने आ गई है. हार के बाद लालू की बेटी रोहिणी ने राजनीति से दूर जाने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उन्होंने अपने परिवार से भी नाता तोड़ दिया है. भारत की राजनीति में ये पहली बार नहीं है जब किसी बड़े परिवार के बीच इस तरह का विवाद देखने को मिला है. इससे पहले भी कई राजनीतिक परिवारों की कलह घर से निकलकर पब्लिक में आई है.
कौन हैं संजय यादव?
तेजस्वी यादव और संजय यादव की दोस्ती के चर्चे बहुत पहले से हैं. बताया जाता है कि जब वह बिहार की राजनीति में नए-नए आए थे, तभी उन्होंने अपने दोस्त संजय को बिहार बुला लिया था. इसके बाद से संजय ने तेजस्वी और पार्टी के लिए कई फैसले लेने में मदद की.
इसके पहले रोहिणी और संजय यादव के बीच तनाव कुछ महीने पहले ही देखने को मिला था. सितंबर महीने में शुरू हुई बिहार अधिकार यात्रा में संजय यादव फ्रंट सीट पर नजर आए. इसको लेकर रोहिणी आचार्य ने अपनी नाराजगी X पर जाहिर की थी. इसके बाद RJD ने इस मामले को संभाल लिया था.
ये भी पढ़ें: तेज प्रताप यादव की पार्टी JJD ने NDA को दिया नैतिक समर्थन, बहन रोहिणी को राष्ट्रीय संरक्षक बनने का ऑफर
कौन से राजनीतिक परिवारों में बढ़ा विवाद?
इस तरह के विवाद भारतीय राजनीति में अक्सर देखने को मिले हैं. इससे पहले मुलायम सिंह और उनके चाचा शिवपाल सिंह के बीच भी लड़ाई देखने को मिली थी. ये विवाद मुलायम सिंह के निधन के पहले ही शुरू हो गया था. हालांकि, बाद में ये ठीक हो गया था.
चिराग पासवान और पशुपति पारस का विवाद
इसमें दूसरा नाम लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस और बेटे चिराग पासवान के बीच देखने को मिला था. इसके बाद 2021 में LJP दो हिस्सों में बंट गई थी.
मायावती के घर भी रहा विवाद
इस तरह के राजनीतिक और पारिवारिक विवादों में मायावती (बहुजन समाज पार्टी) और उनके भतीजे आकाश आनंद के बीच देखने को मिले हैं. बुआ-भतीजे के बीच कई बार विवादों की खबरें सामने आती रही हैं. मायावती ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था. हालांकि, इस विवाद को भी बाद में संभाल लिया गया था.
शरद पवार से लेकर चौटाला परिवार के झगड़े
इसके अलावा, महाराष्ट्र में शरद पवार की NCP और भतीजे अजीत पवार के बीच इसी तरह का विवाद देखने को मिला था. इसके बाद ही पार्टी दो टुकड़ों में बंट गई थी. वहीं, तमिलनाडु में जयललिता बनाम जानकी, आंध्र प्रदेश में NTR बनाम चंद्रबाबू नायडु और हरियाणा में चौटाला परिवार के बीच भी इसी तरह के विवाद देखे गए हैं. अब देखना ये है कि बिहार में रोहिणी और उनके परिवार का ये झगड़ा कब तक चलता है.
ये भी पढ़ें: ‘मेरे साथ जो हुआ वह मैं सह गया लेकिन मेरी…’, बहन रोहिणी के अपमान पर बोले तेज प्रताप
Read More at hindi.news24online.com