Venus In Seventh House: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह सप्तम भाव में स्थित होता है, तो जीवन में धन और सुख की वृद्धि निश्चित होती है. ऐसे जातक के जीवन में लक्ष्मी का आगमन लगातार होता रहता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उन्हें पैतृक संपत्ति का लाभ मिलता है, लेकिन जन्म स्थान से अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाती. जीवन में उन्नति और धन की प्राप्ति विदेश यात्राओं से अधिक होती है. ऐसे जातक यदि टेंट हाउस, सैलून या ब्यूटी पार्लर जैसे व्यवसाय करें तो उन्हें अच्छा लाभ होता है. इनके धन का आनंद अक्सर इनके भाई या मित्र उठाते हैं, जिससे कभी-कभी व्यापार में रुकावट आती है. फिर भी ऐसे लोग उत्तम घर, वाहन और ऐश्वर्य के स्वामी होते हैं. 25 वर्ष की आयु तक संघर्ष बना रहता है, लेकिन उसके बाद जीवन बहुत सुखद और स्थिर हो जाता है.
रिश्तों और वैवाहिक जीवन पर असर
सप्तम भाव में शुक्र होने से व्यक्ति के धन से स्त्री पक्ष को लाभ होता है. लेकिन विवाहोत्तर संबंधों से हानि और बदनामी का खतरा भी रहता है. कई बार नाजायज संबंधों के कारण वैवाहिक जीवन बिखर जाता है और संतान सुख में बाधा आती है. जातक की पत्नी और माता के बीच संबंध प्रायः मधुर रहते हैं. ऐसे लोग दीर्घायु होते हैं, लेकिन जल्दबाजी या असावधानी के कारण किसी दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है.
सुख, सौंदर्य और समृद्धि
शुक्र ग्रह सप्तम भाव में बैठा हो तो यह व्यक्ति को सौंदर्य, आकर्षण, ऐश्वर्य और प्रेम का वरदान देता है. ऐसे जातक जीवन में विलासिता का अनुभव करते हैं, परंतु उन्हें संयम और आचरण की मर्यादा नहीं छोड़नी चाहिए. जो व्यक्ति इन नियमों का पालन करता है, वह न केवल आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, बल्कि उसका पारिवारिक जीवन भी सुख और सम्मान से भरा रहता है.
शुक्र ग्रह को संतुलित करने के उपाय
- शुक्रवार के दिन कांसे का बर्तन दान करें.
- किसी गंदे नाले में नीले रंग का फूल डालें.
- रोज़ाना माता-पिता के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें.
- लाल रंग की गाय को चारा खिलाएं और उसकी सेवा करें.
- विवाह के समय पीतल और कांसे के बर्तन दहेज में लेना शुभ रहता है.
- सफेद रंग की गाय का पालन न करें, लाल रंग की गाय अधिक शुभ होती है.
- अपने आचरण और चरित्र की पवित्रता बनाए रखें.
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