‘अमेरिका में टैलेंडेट प्रतिभाशाली स्थानीय वर्कर्स की कमी…’, H-1B वीजा पर राष्ट्रपति ट्रंप का बड़ा यू-टर्न

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रुख काफी नरम पड़ता दिखाई दे रहा है। ट्रंप ने दोगुनी फीस करते हुए तक H1 B वीजा पर करीब 88 लाख रुपये की फीस कर दी है। अब ट्रंप ने इस वीजा को अमेरिका के लिए जरुरी बताया है। अब तक H1 B वीजा का विरोध करते आए ट्रंप ने कहा है ट्रंप कि H-1B वीजा अमेरिका के लिए आवश्यक हैं क्योंकि अमेरिका में प्रतिभाशाली अमेरिकी वर्कर्स की कमी है।

राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि ये विदेशी पेशेवर अमेरिका की तकनीकी और व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने में मदद करते हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि H-1B वीजा प्रणाली अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

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ट्रंप के नरम रुख से उम्मीद जताई जा रही है कि वीजा पर दोगुनी फीस पहले जैसी या कम हो सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर पड़ेगा। बता दें कि आंकड़ों के मुताबिक, हर साल नए H-1B वीजा में 70% वीजा भारतीयों को मिलते हैं। बाकी की बात करें तो 11-12% चीनी नागरिकों को H-1B वीजा मिलता है।

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पत्रकारों ने राष्ट्रपति ट्रंप से पूछा कि क्या एच-1बी वीजा सुधार उनके प्रशासन की प्रमुख प्राथमिकता होगी, तो ट्रंप ने कहा कि मैं सहमत हूं, लेकिन आपको यह प्रतिभा भी लानी होगी। कहा कि अमेरिका लंबे समय से बेरोजगार अमेरिकियों को व्यापक ट्रेनिंग के बिना मैन्यूफैक्चरिंग और डिफेंस में जटिल भूमिकाओं के लिए नहीं रखा जा सकता।

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