उत्तर प्रदेश के मेरठ में डेढ़ महीने पहले अज्ञात महिला की गला काटकर हुई हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस ने मृतका के पति और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है. जांच के दौरान सामने आया है कि अपनी सच्चाई सामने आने पर मुजफ्फरनगर निवासी मस्जिद के इमाम ने दोस्त के साथ मिलकर बीवी का गला काट कर उसे मौत के घाट उतारा था.
आरोपी शहजाद ने अपने आपको अविवाहित और कारोबारी बताकर नईमा को प्रेमजाल में फंसाया था. जब सच्चाई का पता चला तो उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिए हैं.
क्या था पूरा मामला ?
एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि बीती 17 सितंबर को जानी थाना क्षेत्र में सिवाल खास के जंगल में नहर पटरी पर एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था. जिसकी हत्या गला रेतकर की गई थी. घटना के खुलासे के लिए पुलिस की दो टीमों को लगाया गया था.
गुमशुदगी दर्ज में देरी से हुआ शक
मृतका की पहचान मुजफ्फरनगर के चरथावल क्षेत्र की रहने वाली नईमा यासमीन पत्नी शहजाद के रूप में हुई. जांच के दौरान सामने आया कि नईमा 16 सितंबर से लापता थी. मगर, शहजाद ने आठ अक्टूबर को उसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई. इसके बाद शहजाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने सच्चाई उगल दी.
शहजाद ने बताया कि वह कक्षा पांच तक पढ़ा है और 18 साल से मस्जिद में इमाम का काम करता है. सात महीने पहले उसकी दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए आसाम की रहने वाली नईमा के साथ हुई. शहजाद ने खुद को अविवाहित और कपड़ा कारोबारी बताकर नईमा को अपने प्रेमजाल में फंसा कर शादी कर ली. जबकि शहजाद पहले से ही शादीशुदा और तीन बच्चों का बाप है.
दोस्त को हत्या के लिए किया तैयार
मुजफ्फरनगर आकर नईमा को शहजाद की असलियत पता लगी तो दोनों के बीच झगड़ा होने लगा. इसके बाद शहजाद ने अपने दोस्त नदीम अंसारी को 12 हजार की रकम देकर नईमा की हत्या के लिए तैयार किया. 16 सितंबर को शहजाद शॉपिंग के बहाने नईमा को मेरठ लाया. जहां जूस में नींद की गोलियां मिलाकर उसे बेहोश कर दिया. इसके बाद शहजाद और नदीम ने सिवाल खास के जंगल में ले जाकर रस्सी से गला घोंट और छुरी से गला काटकर नईमा की हत्या कर दी. दोनों आरोपियों के से हत्या में प्रयुक्त छुरी और रस्सी भी बरामद की गई है.
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