Vastu Tips: घर की दिशा सिर्फ दीवारों का नहीं, बल्कि आपकी किस्मत का भी निर्धारण करती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, गलत दिशा में बना मास्टर बेडरूम सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि पर नकारात्मक असर डाल सकता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की हर दिशा का अपना महत्व होता है. खासकर मास्टर बेडरूम की दिशा परिवार की स्थिरता, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि पर बड़ा प्रभाव डालती है. इसलिए इसे सही दिशा में बनवाना बेहद जरूरी है. उत्तर-पूर्व दिशा को वास्तु में पवित्र और आध्यात्मिक ऊर्जा से जुड़ा माना गया है.
यह स्थान पूजा, ध्यान या अध्ययन कक्ष के लिए सबसे शुभ होता है, लेकिन मास्टर बेडरूम के लिए नहीं. इस दिशा में बेडरूम होने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक सकता है. वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि इससे घर के मुखिया को स्वास्थ्य या आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
अगर यह कमरा गलत दिशा में बना हो, तो जीवन में बार-बार रुकावटें, मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें सामने आ सकती हैं.
उत्तर-पूर्व दिशा में मास्टर बेडरूम रखने से बचें
उत्तर-पूर्व दिशा को वास्तु शास्त्र में ‘ईशान कोण’ कहा गया है. यह दिशा पवित्रता, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा से जुड़ी मानी जाती है. इसलिए यह स्थान पूजा कक्ष, ध्यान कक्ष या अध्ययन क्षेत्र के लिए सर्वोत्तम है.
यदि आप नया घर बना रहे हैं या बेडरूम बदलने का विचार कर रहे हैं, तो दक्षिण-पश्चिम दिशा मास्टर बेडरूम के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है. इसी कारण वास्तु के अनुसार मास्टर बेडरूम के लिए सबसे आदर्श दिशा दक्षिण-पश्चिम मानी जाती है.
यह दिशा घर की सुख समृद्धि के लिए होता है. पारिवारिक रिश्तों में स्थिरता लाती है. अगर बेडरूम इस दिशा में बने तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है.
कभी-कभी सकारात्मक परिणाम
कुछ मामलों में उत्तर-पूर्व दिशा वाले मास्टर बेडरूम सकारात्मक परिणाम भी दे सकते हैं. खासकर तब, जब घर के पूर्व या उत्तर दिशा में पर्याप्त खुली जगह हो. वास्तु विशेषज्ञों की सलाह है कि कमाने वाले व्यक्ति को इस दिशा में बेडरूम नहीं रखना चाहिए. यह उनकी तरक्की और स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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