राजधानी दिल्ली में जैसे-जैसे हवा की गुणवत्ता गिरती जा रही है और धुंध की चादर से आसमान ढंकता जा रहा है, इस मौसम की शादियों में माला, फूल, खाने और संगीत के अलावा एक और चीज जुड़ गई है और वह है-एयर प्यूरीफायर. पर्याप्त संख्या में ‘एयर प्यूरीफायर’ से लेकर रंगों से मेल खाते मास्क तक की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है.
वायु प्रदूषण से जूझ रहे परिवार अपने बजट में बदलाव कर रहे हैं ताकि वे और उनके मेहमानों साफ हवा में सांस ले सकें. ‘विवाह लग्जरी वेडिंग्स’ के मोहसिन खान के ग्राहकों ने अपने इनडोर कार्यक्रमों के लिए चार से 10 एयर प्यूरीफायर ऑर्डर किए हैं. व्यवसाय से जुड़े अन्य लोगों ने भी इसी तरह के अनुभव साझा किए.
40 हजार तक एक्सट्रा खर्च कर रहे लोग
इस बिजनेस में 15 वर्षों से काम करने वाले मोहसिन खान ने कहा कि लोग मौसम में स्वच्छ हवा के लिए 20,000 रुपये से 40,000 रुपये एक्सट्रा खर्च करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इन प्यूरीफायर का किराया ब्रांड और अन्य कारकों के आधार पर लगभग 3,000 रुपये से 4,000 रुपये प्रति प्यूरीफायर है.
विदेशी मेहमानों को देखते हुए भी मांग भी इजाफा
उन्होंने कहा कि शादियों के दौरान ‘एयर प्यूरीफायर’ की व्यवस्था किये जाने की मांग वे परिवार अधिक कर रहे हैं जिनके मेहमान विदेश से आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात में प्रवासी भारतीय अपनी शादी की योजनाओं पर पुनर्विचार कर रहे हैं.
मोहसिन खान ने कहा, “वे 100 से नीचे के एक्यूआई के आदी हैं और जब वे दिल्ली पहुंचते हैं और इसके स्तर को 400 तक पहुंचता देखते हैं, तो वे प्यूरीफायर की मांग करने लगते हैं. यह उनके लिए वास्तव में चिंता का विषय है.”
इनडोर फंक्शंस में बढ़ी डिमांड
खान से सहमति जताते हुए ‘मेगा वेडिंग्स एंड इवेंट्स’ की मेघा जिंदल ने कहा कि प्राथमिकताओं में बदलाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है. उन्होंने बताया कि इनडोर समारोहों खासकर संगीत समारोह के दौरान अब उन होटलों से प्यूरीफायर की व्यवस्था करने की मांग की जाती है जहां वे आयोजित किए जा रहे हैं. बैंक्वेट हॉल से लेकर इनडोर संगीत समारोहों तक, परिवार कई प्यूरीफायर किराए पर ले रहे हैं और अपने आयोजन स्थलों को छोटे स्वच्छ वायु क्षेत्रों में बदल रहे हैं.
खुले लॉन छोड़ बैंक्वेट हॉल को दे रहे तर्जी
खान ने कहा कि कई परिवार अपने आयोजन स्थलों को खुले लॉन से इनडोर बैंक्वेट हॉल में बदल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि कुछ अन्य लोग तो अपने समारोहों को शहर से बाहर मसूरी, चंडीगढ़ और अन्य आस-पास के कस्बों और शहरों जैसे बेहतर वायु गुणवत्ता सूचकांक वाले स्थानों पर आयोजित करने का विकल्प चुन रहे हैं.
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